बिहार चुनाव: नीतीश कुमार के लिए वोट मांगेंगे पीएम मोदी, करेंगे 12 रैलियां

नई दिल्‍ली: अक्टूबर-नवंबर में बिहार में होने वाले चुनाव से पहले भाजपा के नेतृत्व वाले राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन के प्रचार के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी बिहार में एक दर्जन रैलियों को संबोधित करेंगे। भाजपा के अनुसार, पीएम एक दिन में तीन रैलियों को संबोधित करेंगे और मुख्यमंत्री नीतीश कुमार कम से कम उनमें से एक के साथ मंच साझा करेंगे।

प्रधानमंत्री की पहली रैली अगले शुक्रवार 23 अक्टूबर को सासाराम में होगी। वह उसी दिन गया और भागलपुर भी जाएंगे। उनकी अंतिम रैली 3 नवंबर को अररिया में होगी।

पार्टी के बिहार अभियान की देखरेख कर रहे भाजपा नेता देवेंद्र फड़नवीस ने कहा, ‘पीएम मोदी 28 अक्टूबर (मतदान के पहले दिन) दरभंगा, मुजफ्फरपुर और पटना का दौरा करेंगे।’

यह पहली बार है, जब पीएम मोदी नीतीश कुमार के लिए वोट मांग रहे हैं। नीतीश कुमार ने 2013 में भाजपा के प्रधानमंत्री पद के लिए पीएम मोदी के नाम का जमकर विरोध किया था और बीजेपी के साथ अपना गठबंधन खत्म कर दिया।

नीतीश कुमार ने 2005 और 2010 के चुनावों में नरेंद्र मोदी को बिहार में प्रचार करने की अनुमति नहीं दी थी। उनको डर था कि उनके यहां पर आने से मुस्लिम मतदाता उनका साथ छोड़ देंगे। तब नरेंद्र मोदी गुजरात के सीएम थे। तब दोनों नेताओं के बीच संबंध अच्‍छे नहीं होने की बात कही जाती थी।

2017 में नीतीश कुमार ने लालू यादव और कांग्रेस का साथ छोड़कर भाजपा के साथ फिर से गठबंधन किया तो उनके और पीएम के बीच काफी नजदीकियां देखी गई। दोनों को कई मौके पर सार्वजनिक कार्यक्रमों के दौरान एक साथ देखा गया है। उन्होंने पिछले साल लोकसभा चुनाव के लिए भी एक साथ प्रचार किया था, जब नीतीश कुमार ने पीएम मोदी के लिए वोट मांगे थे।

पिछले महीने एक वीडियो कांफ्रेंस रैली में पीएम मोदी ने बिहार के मुख्यमंत्री की तारीफ की और कहा कि नीतीश कुमार जैसे सहयोगी के साथ कुछ भी संभव है। उन्‍होंने कहा, “अगर नीतीश कुमार की तरह इच्छाशक्ति और एक सहयोगी है, तो क्या संभव नहीं है?”

एक अन्य सहयोगी चिराग पासवान ने घोषणा की है कि वह नीतीश कुमार के खिलाफ चुनाव लड़ेंगे, हालांकि वह भाजपा के साथ गठबंधन जारी रखेंगे। पीएम के साथ-साथ अन्य भाजपा नेताओं ने बार-बार इस बात को दोहराया है कि नीतीश कुमार के नेतृत्व में एनडीए बिहार चुनाव लड़ रहा है।

बीजेपी नेताओं का कहना है कि पीएम मोदी की रैलियां चिराग पासवान द्वारा पैदा किए गए भ्रम को दूर कर देंगी, जिन्होंने बार-बार दावा किया है कि उनके पास बीजेपी नेतृत्व का आशीर्वाद है। लोक जनशक्ति पार्टी (एलजेपी) के नेता को पहले ही अपने अभियान के लिए पीएम की छवियों का उपयोग करने के खिलाफ चेतावनी दी गई है। भाजपा बिहार में लोजपा से अलग हो गई, लेकिन केंद्र में एक साझेदार के रूप में इसे बरकरार रखा। फडणवीस ने कहा, “रैलियां किसी भी धारणा को खारिज कर देंगी कि पासवान को बिहार में पीएम मोदी का समर्थन है।”

पसंद आया तो—— कमेंट्स बॉक्स में अपने सुझाव व् कमेंट्स जुरूर करे  और शेयर करें

आईडिया टीवी न्यूज़ :- से जुड़े ताजा अपडेट के लिए हमें यूट्यूब और   पर फॉलो लाइक 

    ssss

    Leave a Comment

    Related posts