एक स्वस्थ इंसान को हर रोज कितने लीटर पानी पीना चाहिए?

इस विषय में मेरा यह मानना है कि एक स्वस्थ इंसान को केवल उतना ही पानी पीना चाहिए जितनी कि उसे इसकी आवश्यकता महसूस हो। मानव शरीर एक बहुत ही जटिल तंत्र है और उससे भी अधिक जटिल उसे चलाने वाला हमारा मस्तिष्क व स्नायुतंत्र । वह शरीर की समस्त प्रणालियों को बड़ी ही कुशलता के साथ एक सुपर कंप्यूटर की तरह संचालित करता है। शरीर में एक और प्रणाली होती है, जिसे कि मोटे तौर पर “बायो क्लॉक” कह दिया जाता है यह प्रणाली बहुत ही सुचारू ढंग व समयबद्धता का पालन करते हुए समय-समय पर हमें यह बताती (महसूस करवाती) रहती है कि हमें कब सोना है और कब जागना है कब खाना है कब पीना है आदि आदि। शरीर की सभी क्रियाएं बहुत ही सुनियोजित तथा लयबद्ध तरीके से चलती रहती हैं जब तक कि हम उसमें उंगल न करें अर्थात बाहर से कोई व्यवधान न डालें।ये व्यवधान कई रुपों में हो सकता है जैसे कि बेवक्त सोना बेवक्त जागना बेवक्त व बेवजह खाना, अत्यधिक मात्रा में चाय, कॉफी, शराब, खटाई, चिकनाई युक्त व चटपटी चीजों का प्रयोग करना आदि आदि। इन सब कारणों से शरीर की आंतरिक प्रबंधन प्रणाली गढ़बढ़ा जाती है और उसकी हालत भारी भरकम ट्रेफिक वाले उस चौराहे की तरह हो जाती है जिस पर कि कंट्रोल के लिए कोई ट्रेफिक हवलदार या ट्रेफिक लाईट न हो। तो ऐसे में क्या अंजाम होगा आप स्वयं समझ सकते हैं ?

उपरोक्त कथा का कुल सार यह है कि शरीर यदि बिल्कुल स्वस्थ है तो उसे कब तथा कितने पानी की जरूरत है इसे वह स्वयं प्यास के रूप में इंगित कर मांग लेगा और प्रत्येक व्यक्ति को अपने शरीर की आवश्यकता के अनुरुप ही पानी पीना चाहिए। ना बहुत ज्यादा ना ही कम। यदि हम आवश्यकता से कम पानी पीएंगे तो “डीहाइड्रेशन” या शरीर में पानी की कमी के शिकार हो जाएंगे जिसके कि दुष्परिणाम तुरंत दिखाई देने लगते हैं। लगातार जरूरत से ज्यादा पानी पीने से शरीर के कुछ महत्वपूर्ण माइक्रोन्यूट्रीएंट्स पानी में घुलकर कर शरीर से बाहर हो जाते हैं इससे गुर्दों द्वारा शरीर में बनाई गई जल संतुलन प्रणाली गढ़बढ़ा सकती है जो कि स्वास्थ्य व शरीर दोनों के लिए हानिकारक सिद्ध हो सकती है।

अतः मध्यममार्ग या “गोल्डन मीन” का सिद्धांत का अनुसरण करें, उतना ही जल पीएं जितनी कि आवश्यकता महसूस हो,न बहुत अधिक ना हीं कम। एक साधारण व्यक्ति के लिए यह मात्रा अढ़ाई से पांच लीटर हो सकती है। यह मात्रा शरीर के आकार, वजन, मनुष्य के व्यवसाय तथा उस स्थान के मौसम के अनुसार अलग-अलग हो सकती है। धन्यवाद।

सोर्स लिंक.

https://hi.quora.com/

पसंद आया तो—— कमेंट्स बॉक्स में अपने सुझाव व् कमेंट्स जुरूर करे  और शेयर करें

आईडिया टीवी न्यूज़ :- से जुड़े ताजा अपडेट के लिए हमें यूट्यूब और   पर फॉलो लाइक करें

    ssss

    Leave a Comment

    Related posts