मूली के रोम-रोम में औषधीय गुण समाएं हुए है, इसके पत्ते, बीज, तेल और खुद मूली कई रोगों में उपचार के लिए प्रयोग की जाती है। पोषक तत्वों की बात करे तो मूली में आपको पोटेशियम, आयरन, फाइबर, प्रोटीन, मैगनीज, कैल्शियम और विटामिन सी प्रचुर मात्रा में मिलता है। इसके अलावा इसमें आपको फोलेट भी अच्छी मात्रा में मिलता है। मूली की खास बात यह है कि इसमें कैलोरी और कोलेस्ट्रोल बहुत ही कम मत्रा में मिलते हैं, जिसे आप ना के बराबर मान सकते हैं। यह सभी पोषक तत्व मिलकर आपके शरीर को मजबूत बनाने में मदद करते हैं।
पोषक तत्वों की मदद से मूली हमारी किडनी को स्वस्थ रखने में बहुत योगदान देती है। मूली के नियमित सेवन से आपकी किडनी स्वस्थ बनी रहती है। अगर आप मूली को अपने आहार में अपनानाते हैं तो आप कई ऐसे रोगों से बचे रहते है जिससे आपकी किडनी खराब होने का खतरा रहता है। किडनी को स्वस्थ रखने के लिहाज से इसे उत्तम आहार की श्रेणी में रखा जाता है। चलिए जानते हैं आखिर कैसे मूली किडनी को खराब होने से बचाती है –
1.किडनी को स्वस्थ रखे – मूली किडनी को स्वस्थ रखने के लिए किसी संजीवनी से कम नहीं है। मूली का रस मूत्रवर्धक होता है, जिससे किडनी की सफाई अच्छे से हो जाती है। किडनी की सफाई होने के कारण किडनी को किसी प्रकार का संक्रमण होने का खतरा नहीं रहता। मूली विशेषकर आपको मूत्र प्रणाली संक्रमण से होने वाले किडनी रोगों से बचाती है। मूत्र संबंधित रोगों के कारण से ही सबसे ज्यादा किडनी रोग होता है।
2.मूत्र संक्रमण – मूत्र संक्रमण कई रोगों को जन्म दे सकता है, जिसमे किडनी फेल्योर सबसे खतरनाक होता है। मूली का जूस नियमित पीने से आप तमाम मूत्र विकारों से बचे रहते हैं। मूत्र संक्रमण होने पर मूली का जूस संक्रमित जगह पर जलन और सूजन को कम करता है। साथ ही पेशाब की मात्रा को भी बढ़ता है।
3.पाचन सुधारे – खराब पाचन सुधारने के लिए मूली की सलाद का रोज सेवन करे। इसके अंदर फाइबर अच्छी मात्रा में मिलता है जो कि खाने को ठीक से पचाने में मदद करता है। उच्च फाइबर कब्ज से छुटकारा दिलाने में मदद करता है, जिससे पेट में खतरनाक गैस नहीं बनती। मूली के सेवन से ढीली हुई आतों को मजबूती मिलती है, इसके साथ ही इसके सेवन से दस्त में भी आराम मिलता है।
यह सब तो हुए मूली खाने के फायदे अब आपको मै मूली खाने के लिए कुछ सावधानियां बताने जा रहा हूँ जिन्हें आपको ध्यान में रखना होगा :-
- दूध के साथ मूली का सेवन कभी ना करे। मूली और दूध के सेवन के बीच कम से कम दो घंटों का अन्तराल जरुर रखे।
- मछली और मूली का एक साथ सेवन करना हानिकारक होता है।
- मूली एक प्राकृतिक मूत्र वर्धक है जो कि किडनी की सफाई करने में सहायक है। यदि आप मूली को अधिक मात्रा में सेवन करेंगे, तो मूत्र में वृधि होने के कारण शरीर में पानी की कमी हो जायगी। शरीर में पानी की कमी किडनी के लिए नुकसानदेह होता है। इसलिए हमेशा कम मात्रा में ही मूली का सेवन करे।
- अधिक मूली खाने से व्यक्ति की भूख में कमी आ सकती है।
- मूली एक जगह जहां सूजन और दर्द से राहत देती है, वहीं इस समस्या को उत्पन्न भी कर सकती है। अगर आप अधिक मात्रा में मूली का सेवन करते हैं, तो आपके गले और मूंह में तेज़ दर्द की समस्या हो सकती है और शरीर के कुछ हिस्सों में सूजन भी आ सकती है।
- कुछ तर्को के अनुसार काले चने के साथ मूली खाना खतरनाक समस्याओं को पैदा कर सकता है।
- अगर आपको थायराइड की समस्या है तो आपको कच्ची मूली का सेवन नहीं करना चाहिए। क्योंकि मूली के अंदर “गोइट्रोजन” (Goitrogen) नाम का एक यौगिक तत्व मिलता है जो थायराइड हार्मोन को हानि पहुंचा सकता है। जिससे थायराइड की समस्या और पैदा हो सकती है। इस तत्व को पका कर खत्म किया जा सकता है। इसलिए अगर आप थायराइड के रोगी है तो कच्ची मूली का सेवन ना करे।
पसंद आया तो—— कमेंट्स बॉक्स में अपने सुझाव व् कमेंट्स जुरूर करे और शेयर करें
आईडिया टीवी न्यूज़ :- से जुड़े ताजा अपडेट के लिए हमें फेसबुक यूट्यूब और ट्विटर पर फॉलो लाइक करें