मनीला: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी तथा अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की यहां आसियान शिखर सम्मेलन के अवसर पर सोमवार (13 नवंबर) को द्विपक्षीय बैठक होने की संभावना है. आधिकारिक सूत्रों ने यह जानकारी दी और कहा कि मोदी व ट्रंप के बीच सोमवार (13 नवंबर) को बैठक हो सकती है. प्रधानमंत्री मोदी 15वें आसियान शिखर सम्मेलन व 12वें पूर्वी एशिया शिखर सम्मेलन में भाग लेने कल यहां पहुंचेंगे. ट्रंप भी एशिया के पांच देशों की अपनी यात्रा के तहत रविवार (12 नवंबर) को यहां पहुंचने वाले हैं.
भारत, अमेरिका, जापान व ऑस्ट्रेलिया के बीच चतुर्पक्षीय गठजोड़ बनाने के प्रस्ताव के बाद दोनों नेताओं के बीच यह पहली बैठक होगी. जापान ने पिछले महीने संकेत दिया था कि वह अमेरिका, भारत व ऑस्ट्रेलिया के बीच शीर्ष स्तरीय संवाद का प्रस्ताव करेगा.
सूत्रों ने कहा कि चारों देशों के अधिकारी यहां आसियान शिखर सम्मेलन के अवसर पर मिल सकते हैं. जापान के कदम पर प्रतिक्रिया में भारत ने कहा था कि वह अपने हितों के लिए समान सोच वाले देशों के साथ काम करने को तैयार है. अमेरिका ने कहा था कि उसे भारत, जापान व ऑस्ट्रेलिया के साथ कार्य स्तरीय चतुर्पक्षीय बैठक की अपेक्षा है.
मोदी व ट्रंप अपनी बैठक में क्षेत्र के सुरक्षा परिदृश्य सहित साझा हितों के विभिन्न मुद्दों पर चर्चा कर कर सकते हैं. ट्रंप ने शुक्रवार (10 नवंबर) को ही भारत की आर्थिक वृद्धि व प्रधानमंत्री मोदी की सराहना की थी. इस बीच प्रधानमंत्री मोदी ने उम्मीद जताई है कि उनकी इस यात्रा से फिलीपीन के साथ भारत के द्विपक्षीय रिश्तों को भी नया बल मिलेगा तथा आसियान देशों के साथ उसके राजनीतिक, आर्थिक व सामाजिक संबंध मजबूत होंगे.
वहीं दूसरी ओर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शनिवार (11 नवंबर) को कहा कि फिलीपीन की उनकी प्रस्तावित यात्रा आसियान सदस्य देशों तथा भारत- प्रशांत क्षेत्र के साथ रिश्तों को मजबूत बनाने की भारत की प्रतिबद्धता का प्रतीक होगी. मोदी भारत-आसियान शिखर सम्मेलन में भाग लेने रविवार (12 नवंबर) को फिलीपीन जा रहे हैं. मोदी ने उम्मीद जताई कि मनीला की उनकी इस यात्रा से फिलीपीन के साथ भारत के द्विपक्षीय रिश्तों को भी नया बल मिलेगा तथा आसियान देशों के साथ राजनीतिक सुरक्षा, आर्थिक व सामाजिक- सांस्कृतिक क्षेत्र में भारत के संबंध मजबूत होंगे.
अपनी तीन दिवसीय यात्रा पर रवाना होने से पहले मोदी ने अपने बयान में उन कार्यक्रमों का खाका भी खींचा है जिनमें वे इस दौरान भाग लेंगे. यह फिलीपीन की उनकी पहली द्विपक्षीय यात्रा होगी. इस यात्रा के दौरान मोदी आसियान-भारत व पूर्वी एशिया शिखर सम्मेलनों में भाग लेंगे. वे इस दौरान आसियान, क्षेत्रीय वृहद आर्थिक भागीदारी (आरसीईपी) के नेताओं की बैठक तथा आसियान कारोबार व निवेश शिखर सम्मेलन की 50वीं वर्षगांठ के विशेष कार्यक्रमों में भी भाग लेंगे.
मोदी ने कहा है, ‘मेरी भागीदारी आसियान के सदस्य देशों विशेषकर एशिया प्रशांत क्षेत्र के साथ संबंधों को लगातार मजबूत बनाने की भारत की प्रतिबद्धता को परिलक्षित करता है .. यह मेरी सरकार की पूर्व दिशा में काम करो की सोच के अनुरूप है.’ उन्होंने कहा है कि आसियान व्यापार व निवेश शिखर सम्मेलन से निकट सहयोग को बल मिलेगा ताकि आसियान के सदस्य देशों के साथ व्यापार संबंधों को प्रगाढ़ बनाया जा सके. इसका हमारे कुल व्यापार में हिस्सा 10.85 प्रतिशत है.