मंगलवार सुबह तड़के कोविशील्ड की पहली खेप सीरम इंस्टीट्यूट से भारी सुरक्षा के बीच पुणे इंटरनेशनल एयरपोर्ट के लिए रवाना हुई.
पुणे: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Narendra Modi) ने सोमवार को सभी राज्यों के मुख्यमंत्रियों से कोरोना के टीकाकरण पर विस्तार से बातचीत की. इस कड़ी में अच्छी खबर यह है कि मंगलवार सुबह तड़के कोविशील्ड (Covishield) की पहली खेप सीरम इंस्टीट्यूट से भारी सुरक्षा के बीच पुणे इंटरनेशनल एयरपोर्ट के लिए रवाना हुई. वहां से टीके कुल आठ प्लाइट्स से दिल्ली समेत 13 अन्य शहरों को भेजे जाएंगे. पुणे की डीसीपी नम्रता पाटील ने इस बात की जानकारी एएनआई न्यूज सर्विस को दी है. गौरतलब है कि देश में 16 जनवरी से शुरू होने वाले टीकाकरण अभियान से पहले सरकार ने सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया (एसआईआई) और भारत बायोटेक से कोविड-19 टीके की छह करोड़ से अधिक खुराक खरीदने का ऑर्डर दिया. इस ऑर्डर की कुल कीमत करीब 1300 करोड़ रुपए आएगी.
भारी सुरक्षा के बीच निकली सीरम इंस्टीट्यूट से
पुणे की डीसीपी नम्रता पाटील ने एएनआई से कहा, ‘वैक्सीन की पहली खेप यहां सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया से भेजी गई है. हमने सुरक्षा के व्यापक इंतजाम किए हैं.’ कोविशील्ड वैक्सीन ले जाने वाले तीन ट्रक सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया से मंगलवार सुबह तड़के पुणे के अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे पर पहुंचे. एयरपोर्ट से कोविशील्ड वैक्सीन देश के अलग-अलग हिस्सों के लिए रवाना होगी, जहां 16 जनवरी को फ्रंट लाइन वर्कर्स से वैक्सीनेशन का काम शुरू होगा.
6 करोड़ से अधिक वैक्सीन का ऑर्डर
देश में 16 जनवरी से शुरू होने वाले टीकाकरण अभियान से पहले सरकार ने सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया (एसआईआई) और भारत बायोटेक से कोविड-19 टीके की छह करोड़ से अधिक खुराक खरीदने का ऑर्डर दिया. इस ऑर्डर की कुल कीमत करीब 1300 करोड़ रुपये होगी. सूत्रों ने बताया कि सरकार ने भारत बायोटेक को 55 लाख खुराक का ऑर्डर दिया है, जिसकी लागत 162 करोड़ रुपये है. सरकार ने एसआईआई से ऑक्सफोर्ड के कोविड-19 टीके कोविशील्ड की 1.1 करोड़ खुराक खरीदने का सोमवार को ऑर्डर दिया.
एक टीके का खर्च 210 रुपए जीएसटी समेत
प्रत्येक टीके पर जीएसटी समेत 210 रुपए की लागत आएगी. आधिकारिक सूत्रों ने बताया कि सरकार ने अप्रैल तक 4.5 करोड़ टीके खरीदने की प्रतिबद्धता जताई है. सूत्रों ने बताया कि 1.1 करोड़ खुराक की कीमत 231 करोड़ रुपये होगी, जबकि बाकी 4.5 करोड़ खुराक मिलाकर वर्तमान मूल्य के हिसाब से कुल खर्च 1,176 करोड़ आएगा. कोविड-19 के लिए टीकाकरण पिछले तीन-चार हफ्तों से लगभग 50 देशों में चल रहा है और अब तक केवल ढाई करोड़ लोगों को टीके लगाए गए हैं, जबकि भारत का लक्ष्य अगले कुछ महीनों में 30 करोड़ लोगों को टीका लगाना है.
पहले इन्हें दी जाएगी खुराक
इस बीच सोमवार को प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि वैक्सीनेशन के दूसरे चरण में 50 वर्ष से ऊपर के सभी लोगों को और 50 वर्ष से नीचे के उन बीमार लोगों को जिनको संक्रमण का सबसे ज्यादा खतरा है, उनको टीका लगाया जाएगा. इस टीकाकरण अभियान में सबसे अहम उनकी पहचान और मॉनीटरिंग का है जिनको टीका लगाना है. बूथस्तर तक की रणनीति को अमल में लाना है. कंटेनमेंट और सर्विलांस से जुड़े कर्मचारियों को पहले चरण में टीका लगाया जाएगा. तीन करोड़ संख्या होती है फ्रंटलाइन वर्कर्स की. इनके वैक्सीनेशन पर आने वाले खर्च को राज्य सरकारों को वहन नहीं करना
The first consignment of the vaccine has been dispatched from the facility of Serum Institute of India here. We have made elaborate security arrangements: Namrata Patil, DCP (Zone 5), Pune https://t.co/yuh7UPAGtd pic.twitter.com/fhPzln7jd7
— ANI (@ANI) January 11, 2021
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