नई दिल्ली: दिल्ली में रविवार को प्रदूषण का स्तर फिर से खतरनाक हो गया है. इसके साथ-साथ हवा की गुणवत्ता और खराब हो गई है. विशेषज्ञों के अनुसार यह हवा स्वस्थ लोगों के लिए भी खतरनाक है. इन सबके बीच आज से दिल्ली के सभी स्कूल एक बार फिर खुल गए हैं. बच्चों को जहरीली हवा के बीच ही स्कूल जाना पड़ेगा.
दिल्ली सरकार के एक अधिकारी ने बताया, स्कूलों को सोमवार से फिर खोला जाएगा और अवकाश को अब आगे नहीं बढ़ाया जाएगा. गौरतलब है कि पिछले सप्ताह से दिल्ली में घना धुंध और धुंआ छाया हुआ है. इससे लोगों को सांस लेने में तकलीफ हो रही है. इसके बाद दिल्ली सरकार ने यहां के विद्यालयों को बंद करने का आदेश दिया था. पिछले पांच दिन से दिल्ली के स्कूल बंद थे.
सेंटर कंट्रोल रूम फॉर एयर क्वालिटी मैनेजमेंट के अनुसार रविवार को हवा में पीएम (पार्टिकुलेट मैटर) 2.5 और पीएम10 की सघनता क्रमश: 478 एवं 713 थी. 24 घंटे के लिए इनसे जुड़े सुरक्षित मानक 60 एवं 100 हैं. कई जगहों पर दृश्यता 100 मीटर से कम हो गई. केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (सीपीसीबी) ने वायु गुणवत्ता सूचकांक 460 दर्ज किया जो एक दिन पहले 403 था. सबसे ज्यादा मौजूदगी पीएम 2.5 और कार्बन मोनोऑक्साइड की थी.
केंद्र संचालित सफर (सिस्टम फॉर एयर क्वालिटी एंड वेदर फोरकास्टिंग एंड रिसर्च) की पीएम 2.5 की रीडिंग भी 400 से ज्यादा थी. यह भी गंभीर श्रेणी में आता है. सीपीसीबी और सफर के वैज्ञानिकों ने कहा कि प्रदूषण में ताजा वृद्धि की वजह उत्क्रमण परत (वह परत जिसके बाहर प्रदूषक वातावरण के ऊपरी परत नहीं जा सकते) में गिरावट है जो न्यूनतम एवं अधिकतम तापमान में तेजी से आयी कमी के कारण हुआ.
गुड़गांव जिला प्रशासन ने प्रदूषण की स्थिति को देखते हुए सरकारी और निजी स्कूलों को कल बंद रखने का निर्देश दिया है. जिला मजिस्ट्रेट विनय प्रताप सिंह ने बताया, दिल्ली और एनसीआर में धुंध और प्रदूषण को देखते हुए हमने 13 नवंबर को सभी निजी और सरकारी स्कूलों को बंद रखने का फैसला लिया है. अधिकारी ने बताया कि जिले के स्कूल शुक्रवार और शनिवार को बंद थे. यह आदेश सोमवार तक बढ़ा दिया गया है.