हिंदू धर्म में गणेश चतुर्थी का उत्सव बड़े ही धूमधाम के साथ हर साल मनाया जाता है। इस साल गणेश चतुर्थी का पर्व 31 अगस्त 2022 को है। भगवान गणेश ऐसे देवता हैं जिन्हें सभी देवताओं का आशीर्वाद प्राप्त है। जानते हैं श्रीगणेश से जुड़ी ऐसी ही कुछ रोचक बातों के बारे में।
- इस साल बुधवार के दिन पड़ रही है गणेश चतुर्थी
- गणेश चतुर्थी से पहले जानें भगवान गणेश से जुड़ी रोचक बातें
- भगवान गणेश के दो संतान हैं शुभ और लाभ
गणेश चतुर्थी पर्व का इंतजार सभी को बेसब्री से रहता है। गणेश चतुर्थी में पूरे 10 दिनों तक भक्त बप्पा की भक्ति में लीन होते हैं। इस साल भी गणेश चतुर्थी के पर्व को लेकर भक्त धूमधाम और उमंग से इसकी तैयारियों में जुटे हैं। बता दें कि इस साल गणेश चतुर्थी बुधवार 31 अगस्त 2022 को मनाई जाएगी। गणेश चतुर्थी का पर्व बप्पा के जन्मोत्सव के रूप में मनाया जाता है। दस दिनों तक अर्थात गणेश चतुर्थी से लेकर अनंत चतुर्दशी तक गणेश जन्मोत्सव को भक्तिमय और हर्षोल्लास के मनाया जाता है।10 दिनों के पूजा के उपरांत बप्पा का विसर्जन किया जाता है। फिर भक्त अगले साल बप्पा को शीघ्र आने की कामना करते हैं। गणेश चतुर्थी से पहले जानते हैं भगवान गणेश से जुड़े 11 रोचक और महत्वपूर्ण बातों के बारे में।
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भगवान गणेश से जुड़ी 11 रोचक बातें
भगवान गणेश की दो पत्नियां हैं। भगवान गणेश की पहली पत्नी का नाम रिद्धि और दूसरी पत्नी का नाम सिद्धि है। भगवान गणेश की पत्नियां भगवान विश्वकर्मा की पुत्रियां हैं।
शुभ और लाभ भगवान गणेश के दो संतान हैं। पहली पत्नी रिद्धि से शुभ और दूसरी पत्नी सिद्धि से लाभ का जन्म हुआ है।
पौराणिक धार्मिक मान्यताओं के अनुसार भगवान गणेश का पहला नाम विनायक है।
पौराणिक शास्त्रों के अनुसार भगवान गणेश ने कुल 64 अवतार धारण किए हैं। इन अवतारों में 12 अवतार प्रमुख माने जाते हैं।
भगवान गणेश की तीन बहने हैं। इन बहनों के नाम अशोक सुंदरी, मनसा देवी और ज्योति इन्हें ज्वाला देवी भी कहते हैं।
कार्तिकेय के अलावा भगवान गणेश जी के 6 भाई हैं। इनका नाम इस प्रकार है सुकेश, जालंधर, अय्यप्पा, भूमा, अंधक और खुजा।
प्रचलित कथाओं के अनुसार भगवान गणेश को सभी देवताओं का शक्ति प्राप्त है। जिस प्रकार हनुमान जी को सभी देवताओं का आशीर्वाद और शक्ति प्राप्त है उसी प्रकार भगवान गणेश को भी सभी देवताओं का आशीर्वाद प्राप्त है।
भगवान गणेश एकमात्र ऐसे देवता हैं जिन्हें पूजा में दुर्वा अर्पित किया जाता है। भगवान गणेश दुर्वा चढ़ाने से प्रसन्न होते हैं और भक्तों की सभी मनोकामनाएं पूरी करते हैं।
ज्योतिष के अनुसार केतु के प्रभाव को कम करने के लिए भगवान गणेश की आराधना करने की सलाह दी जाती है।
पौराणिक कथाओं के अनुसार भगवान गणेश के दो पोते हैं जिनका नाम आमोद और प्रमोद है।
भगवान गणेश को लेखन में विशेष दक्षता प्राप्त है। मान्यता है कि जब महर्षि वेदव्यास जी महाभारत लिख रहे थे तब किसी ऐसे व्यक्ति की तलाश थी जोकि बिना रुके महाभारत की कथा लिख सके। गणपति जी से मिलकर वेदव्यास जी की यह तलाश पूरी हुई
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गणेश चतुर्थी का त्योहार वैसे तो भक्तों के बीच बेहद खास माना जाता है। लेकिन इस साल गणेश चतर्थी का दिन कई मायनों में खास होने वाला है। क्योंकि इस साल गणेश चतुर्थी बुधवार 31 अगस्त को पड़ रही है। बुधवार का दिन भगवान गणेशजी की पूजा के लिए समर्पित होता है और यह उनका प्रिय वार होता है।
A warm meeting with President of Senate of Netherlands HE. Prof. (Dr.) Jan Anthonie Bruijn. Shared views about enhancing parliamentary cooperation between India & Netherlands, expanding economic & cultural relations and several other issues of mutual interest. pic.twitter.com/IHIHc7JuaA
— Om Birla (@ombirlakota) August 21, 2022
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