दिल्ली के बहुचर्चित श्रद्धा मर्डर केस में हर रोज एक नया खुलासा हो रहा है. पुलिस आरोपी आफताब अमीन पूनावाला से लगातार पूछताछ में जुटी है और केस से जुड़ी अहम जानकारियां इकट्ठा करने का प्रयास कर रही है. आरोपी आफताब ने कबूला है कि उसी ने 18 मई के दिन अपनी प्रेमिका श्रद्धा मदान की गला दबाकर हत्या की थी. आफताब ने यह भी दावा किया कि श्रद्धा की हत्या के बाद वह बाजार से एक नया फ्रिज और चाकू खरीदकर लाया. फिर उसने बॉडी के छोटे-छोटे टुकड़े कर फ्रिजर में स्टोर किए, जिनको वह धीरे-धीरे जंगल में ठिकाने लगाता रहा. इस बीच पुलिस को श्रद्धा की खोपड़ी, उसका मोबाइल और वारदात में इस्तेमाल किए गए हथियार की अब तक तलाश है.
इस केस में पुलिस के हाथ 10 ऐसे महत्वपूर्ण सुराग लगे हैं, जो इस केस को खोलने में मददगार साबित हो सकते हैं.
- पुलिस ने आफताब की निशानदेही पर जंगल से 10-15 हड्डियां बरामद की हैं. हालांकि अभी तक खोपड़ी का कोई सुराग नहीं मिला है.
- हड्डियों के जांच के लिए फोरेंसिक डिपार्टमेंट भेजा गया है. ताकि पता चल सके कि वो किसी जानवर की तो नहीं हैं.
- आफताब के छतरपुर स्थित फ्लैट से खून के निशान मिलें हैं, जिसके सैंपल जांच के लिए भेज दिए गए हैं.
- श्रद्धा के पिता का डीएनए सैंपल लिया गया है ताकि बरामद बॉडी पार्ट्स और फ्लैट से मिले खून को मैच कराया जा सके.
- आफताब के फ्लैट की पेंडिग पानी का बिल (300 रुपए) भी इस बात की ओर इशारा करता है कि आरोपी ने उस समय बहुत ज्यादा पानी का इस्तेमाल किया था. संभवतः हत्या के सबूत मिटाने और खून को साफ करने के लिए ऐसा किया गया हो.
- पुलिस आसपास के सीसीटीवी फुटेज भी खंगाल रही है. हालांकि पुलिस को शायद ही कुछ हाथ लगे क्योंकि सीसीटीवी केवल 15 दिनों का ही रिकॉर्ड रखते हैं, जबकि इस घटना को 6 महीने का समय हो चुका है.
- पुलिस को श्रद्धा का एक बैग भी मिला है, जिसमें उससे जुड़ी कुछ चीजें रखी हैं. हालांकि परिजनों से अभी बैग की शिनाख्त कराना शेष है.
- दिल्ली पुलिस ने आरोपी का नार्को टेस्ट कराने के लिए भी आवेदन किया है, जिससे पता चल सके कि आफताब कहीं पुलिस के गुमराह तो नहीं कर रहा.
- उस समय आफताब के हाथ में चाकू से कटने का एक जख्म था, जिसके इलाज के लिए उसने एक डॉक्टर से संपर्क किया था. डॉक्टर का कहना है कि आफताब ने बताया था कि उसको यह घाव फल काटते समय चाकू से लगा है.
- श्रद्धा की हत्या के बाद आफताब उसकी बैंक अकाउंट एप को भी चला रहा था और उसने 54000 रुपए ट्रांसफर किए थे.
Shocking exposé reveals that those in citadels of power, incl K'taka CM, are responsible for theft of voter data, fraud & impersonation. CM Bommai, his officials, govt officers, BBMP people & State Election authority are partners in crime in trampling democracy: Randeep Surjewala pic.twitter.com/Mu947dDbPK
— ANI (@ANI) November 17, 2022
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