विजयवाड़ा: आंध्र प्रदेश में एम्बुलेंस में ऑक्सीजन की कमी पाए जाने के बाद एक नवजात की मौत हो जाने का मामला सामने आया है. बच्चे को सांस की तकलीफ होने की वजह से एलुरू के सरकारी अस्पताल से एम्बुलेंस के जरिये विजयवाड़ा ले जाया जा रहा था, ताकि उसे वेन्टिलेटर पर रखा जा सके. लेकिन 55 किलोमीटर के सफर पर निकले एम्बुलेंस के ड्राइवर ने लगभग 10 किलोमीटर के बाद पाया कि एम्बुलेंस में मौजूद ऑक्सीजन सिलेंडर में गैस कम है, इसलिए वह नया ऑक्सीजन सिलेंडर हासिल करने के लिए एलुरू की ओर लौट पड़ा, लेकिन तब तक देर हो चुकी थी.
बताया गया है कि स्टाफ की कमी के चलते एम्बुलेंस में पैरा-मेडिकल स्टाफ भी मौजूद नहीं था और आमतौर पर गंभीर रूप से बीमार मरीजों को भी एम्बुलेंस में सिर्फ परिजनों की देखरेख में ही छोड़ दिया जाता है. सफर के दौरान किसी इमरजेंसी से निपटने के लिए भी एम्बुलेंस में कोई मौजूद नहीं रहता.
इस बात की जांच के आदेश दे दिए गए हैं कि एम्बुलेंस के रवाना होने से पहले ऑक्सीजन का स्तर चेक क्यों नहीं किया गया था. इसके अलावा यह आदेश भी दिए गए हैं कि ड्राइवरों, पैरा-मेडिकल स्टाफ को एमरजेंसी से निपटने के लिए प्रशिक्षण दिया जाए.
विडम्बना यह है कि एलुरू के इसी अस्पताल को इसी साल पूरे आंध्र प्रदेश में ‘सर्वश्रेष्ठ’ घोषित किया गया था.