प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के संसदीय क्षेत्र वाराणसी से आतंकी संगठन लश्कर-ए-तैयबा के एक संदिग्ध आंतकी को गिरफ्तार किया गया है. उसे राष्ट्रीय जांच एजेंसी को सौंप दिया गया है. संदिग्ध आतंकी की पहचान अब्दुल नइम शेख के रूप में हुई है. उसके पास अहम स्थानों की तस्वीरें, वीडियो और नक्शे मिले हैं. उससे पूछताछ की जा रही है.
जानकारी के मुताबिक, संदिग्ध मूल रूप से महाराष्ट्र के औरंगाबाद का रहने वाला है. वह पिछले कुछ महीनों से खूफिया एजेंसियों के निशाने पर था. बताया जा रहा है कि ये आतंकी हैदराबाद में हुए धमाकों का आरोपी भी है. साल 2014 में पुलिस को चकमा देकर फरार हो गया था. इसके बाद से खुफिया एंजेसियों को इसकी तलाश थी.
यूपी पुलिस और एटीएस ने संदिग्ध आतंकी को एनआईए को सौंप दिया है. एनआईए की टीम उसे लेकर दिल्ली रवाना हो गई है. आतंकी के पास से आर्मी कैंप और बिजली प्लांट की तस्वीरें मिली हैं, जो उसके नापाक मंसूबों की तरफ इशारा कर रही है. एनआईए हेडक्वार्टर पर उससे पूछताछ के बाद आंतक के पूरे प्लान का पूरा खुलासा होने की संभावना है.
उधर, पश्चिम बंगाल में बीती 21 नवंबर को की गई तृणमूल कांग्रेस नेता की हत्या मामले में एटीएस ने मंगलवार को वाराणसी के गोदौलिया स्थित एक होटल से सात बदमाशों को गिरफ्तार करने का दावा किया है. इनमें वारदात के साजिशकर्ता और शूटर शामिल हैं. बीती 21 नवंबर की रात पश्चिम बंगाल के हुगली जिले में तृणमूल नेता की हत्या हुई थी.
भदरेश्वर निगम अध्यक्ष मनोज उपाध्याय की बाइक सवार बदमाशों ने गोली मारकर हत्या कर दी थी. इस मामले में मंगलवार को यूपी एटीएस की वाराणसी यूनिट और चंदौली क्राइम ब्रांच की संयुक्त टीम ने हत्या के साजिशकर्ता और शूटर सहित सात लोगों को गिरफ्तार करने का दावा किया. इस मामले में पश्चिम बंगाल पुलिस यूपी से मदद मांगी थी.
बताते चलें कि भारत में दहशतगर्दी फैलाने में आतंकी संगठन लश्कर-ए-तैयबा का सबसे बड़ा हाथ है. यह संगठन पाकिस्तान से संचालित होता है. पाकिस्तान के परवेज मुशर्रफ ने खुद को लश्कर-ए-तैयबा का सबसे बड़ा समर्थक बताया है. उन्होंने मुंबई हमले का मास्टरमाइंड आतंकी हाफिज सईद के बारे में बोलते हुए कहा कि वह उनको बेहद पसंद है.