नई दिल्लीः गुजरात में धुंआधार चुनाव प्रचार में लगे कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी लगातार बीजेपी पर हमलावर रुख अपनाए हुए है. गुरुवार को राहुल गांधी ने गुजरात में पिछले 22 सालों से सत्ता में काबिज बीजेपी और केंद्र की मोदी सरकार पर ताजा हमला किया है. राहुल गांधी ने अपने ऑफिशियल ट्विटर अकाउंट से प्रधाममंत्री नरेंद्र मोदी से सवाल किया, राहुल गांधी ने पीएम मोदी से पूछा, ‘1995 में गुजरात पर क़र्ज़-9,183 करोड़, 2017 में गुजरात पर क़र्ज़-2,41,000 करोड़, यानी हर गुजराती पर ₹37,000 क़र्ज़.’
राहुल गांधी ने गुजरात के पूर्व सीएम और वर्तमान में देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से सवाल किया कि, ‘आपके वित्तीय कुप्रबन्धन व पब्लिसिटी की सज़ा गुजरात की जनता क्यों चुकाए?’
आपको बता दें कि कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी ने बुधवाक को सोमनाथ मंदिर में पूजा-अर्चना के साथ गुजरात की दो दिवसीय यात्रा शुरू की और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के भावुक भाषणों पर चुटकी लेते हुए कहा था कि वह ‘‘अमिताभ बच्चन से भी बेहतर अभिनेता’’ हैं. बुधवार को सौराष्ट्र क्षेत्र के विसावदर, सावरकुंडला और अमरेली में रैलियों को संबोधित करते हुए राहुल ने पाटीदारों तक पहुंच बनाने की भी कोशिश की और राफेल करार पर ‘‘चुप्पी’’ एवं चुनिंदा उद्योगपतियों से ‘‘करीबी’’ के लिए मोदी पर हमला बोला.
सावरकुंडला में रैली को संबोधित करते हुए राहुल ने कहा, ‘‘नरेंद्र मोदी जबर्दस्त अभिनेता हैं….अमिताभ बच्चन से भी बेहतर . अमूमन किसी अभिनेता को रोने के लिए कॉंटैक्ट लेंस लगाना होता है…..उसकी आंखों में जलन होती है और आंसू टपक पड़ते हैं . लेकिन नरेंद्र मोदीजी को अपनी आंखों से आंसू गिराने के लिए किसी कॉंटैक्ट लेंस की जरूरत नहीं पड़ती .’’ साल 2015 में पाटीदार आरक्षण आंदोलन के दौरान इस समुदाय के 14 सदस्यों के पुलिस फायरिंग में मारे जाने की घटना का हवाला देते हुए राहुल ने विसावदर में कहा कि यदि कोई अपनी आवाज उठाता है तो गुजरात में या तो उसकी पिटाई कर दी जाती है या उसे गोलियों का सामना करना पड़ता है .
राहुल ने कहा, ‘‘यहां सारे समुदाय सरकार के खिलाफ अपनी आवाज उठा रहे हैं . लेकिन गुजरात में आवाज उठाने पर आपको क्या मिल रहा है ? आपको पीटा जाता है, आपको गोलियों का सामना करना पड़ता है .’’ राजनीतिक तौर पर निर्णायक सौराष्ट्र क्षेत्र में विसावदर पाटीदार बहुल विधानसभा क्षेत्र है . कांग्रेस उपाध्यक्ष ने कहा, ‘‘मैंने (राफेल करार पर) मोदी जी से तीन सवाल पूछे . पहला, क्या (फ्रांसीसी कंपनी के साथ हुए) पहले और दूसरे अनुबंध में विमानों की लागत में कोई फर्क है ? कृपया हां या नहीं में जवाब दें .’’ राहुल ने कहा, ‘‘हिंदुस्तान एयरोनॉटिक्स लिमिटेड (एचएएल) की बजाय एक निजी उद्योगपति मित्र को ठेका क्यों दिया गया ? और क्या आपने करार के लिए कैबिनेट की सुरक्षा समिति (सीसीएस) से मंजूरी ली ?’’ कांग्रेस उपाध्यक्ष ने यह भी जानना चाहा कि लड़ाकू विमानों की खरीद के लिए पिछले साल फ्रांस के साथ करार को औपचारिक रूप देने से पहले उचित प्रक्रिया का पालन किया गया .