नई दिल्ली: उत्तर प्रदेश निकाय चुनाव में एक दिसंबर को आए परिणाम के बाद सहारनपुर से निर्दलीय महिला उम्मीदवार शबाना ने ईवीएम पर सवाल उठाए थे. उनका कहना था कि उन्हें एक भी वोट नहीं मिले हैं. उसके इस आरोप को दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने भी साथ देते हुए ट्वीट किया था. जिसके बाद इस मुद्दे को और हवा मिल गई थी. हालांकि, अब शबाना का ये दावा झूठा साबित हो गया है, उन्हें असल में कितने वोट मिले इससे जुड़े आंकड़े इलेक्शन कमीशन की साइट पर साफ देखे जा सकते हैं.
उत्तर प्रदेश इलेक्शन कमीशन की वेबसाइट पर सहारनपुर पार्षद चुनाव की उम्मीदवारों और उन्हें मिले कुल मतों की जानकारी उपलब्ध है. इस लिस्ट में सहारनपुर जिले से वार्ड नंबर-54 पर पार्षद के पद पर चुनाव लड़ी शबाना के नाम के आगे जो ऑफिशियल आंकड़े हैं वो 87 मतों के हैं. यानि शबाना का उसको एक भी वोट नहीं मिलने का दावा गलत है.
शबाना ने आरोप लगाया था कि उसे एक भी वोट नहीं मिला है. मीडिया को अपनी प्रतिक्रिया देते हुए शबाना ने कहा था कि, ‘ये कैसे हो सकता है कि मुझे मेरा ही वोट नहीं मिले. कम से कम मुझे मेरा और मेरे परिवार का वोट तो मिला ही होगा. मुझे कम से कम 900 वोट मिलने थे. कहीं न कहीं ईवीएम में गड़बड़ है.’ साथ ही शबाना के पति ने भी सवाल उठाया था कि उसका दिया वोट आखिर ईवीएम में काउंट क्यों नहीं हुआ.
उत्तर प्रदेश निकाय चुनाव के दौरान बीजेपी सांसद शत्रुघ्न सिन्हा ने भी ईवीएम का मुद्दा उठाया था. उन्होंने ट्वीट सवाल किया था, यूपी दिल्ली और मध्य प्रदेश में दोषपूर्ण ईवीएम के इस्तेमाल के बाद फिर से यूपी निकाय चुनावों में उन्हीं मशीनों का इस्तेमाल हो रहा है. यह क्या हो रहा है?
उन्होंने एक अन्य ट्वीट में कहा था कि चुनाव आयोग को आगे आकर चुनाव प्रणाली खासकर गुजरात चुनाव में लोगों की विश्वसनीयता को कायम रखने के लिए अधिक सतर्कता के साथ काम करने होंगे.