अंडर 19 विश्व कप : शुभम गिल और अर्शदीप ने अपनों का सपना किया पूरा

नई दिल्ली :  जनवरी 2018 में न्यूजीलैंड में होने वाले आईसीसी अंडर-19 विश्व कप के लिए भारतीय टीम का चयन हो गया है. विश्व कप का आयोजन 13 जनवरी से तीन फरवरी तक होना है. भारत ने तीन बार यह खिताब जीता है. इस टीम पर सभी की नजर रहने लगी है. खासतौर पर विराट कोहली जब से भारतीय टीम में आए हैं तब वे भी अंडर 19 विश्व कप विजेता टीम के सदस्य रह चुके थे.

भारतीय टीम में भी कई खिलाड़ी ऐसे रहे हैं जो अपने समय 19 विश्व कप टीम में रहे थे. इस लिहाज से विश्वकप अंडर 19 टीम का चयन दिलचस्पी का विषय रहता है.

इस टीम में वैसे तो कप्तान पृथ्वी शॉ के अलावा कई प्रतिभाशाली खिलाड़ी चर्चा में हैं लेकिन दो नाम ऐसे हैं जिनकी सफलता में पारिवारिक योगदान सभी का ध्यान खींच रही है. ये दो नाम हैं पंजाब के शुभम गिल और अर्शदीप सिंह के. शुभम गिल को भारतीय टीम का उपकप्तान बनाया गया है. वर्तमान अंडर 19 टीम में पंजाब के शुभम गिल एक चमकता हुआ सितारा हैं. 2017 में इंग्लैंड में हुई अंडर-19 सीरीज में शुभम ने वनडे में लगातार दो शतक जमाए थे. शुभम की बदौलत ही टीम इंडिया इंग्लैंड को 5-0 से शिकस्त दे पाई. शुभम ने पंजाब के लिए हालिया रणजी ट्रॉफी में फर्स्ट क्लास में डेब्यू किया और अपने दूसरे ही मैच में शानदार सैकड़ा जमा दिया.

शुभम पिच पर लंबे समय तक टिक कर बल्लेबाज करने में सक्षम हैं. भारतीय टीम के पूर्व कप्तान राहुल द्रविड़ भी शुभम की तारीफ कर चुके हैं. द्रविड की तारीफ किसी भी खिलाड़ी के लिए बहुत मायने रखती है. शुभम किसान के बेटे हैं. शुभम के पिता 2007 में जलालाबाद के पास जयमल सिंह वाला गांव से मोहाली आए थे. वे मूलतः किसान हैं जो खुद भी क्रिकेटर बनना चाहते थे लेकिन उन्हें मौका नहीं मिल सका.

लेकिन शुभम को  शुभम 2014-15 और 2015-16 में सर्वश्रेष्ठ बीसीसीआई अंडर 19 क्रिकेटर का अवार्ड मिल चुका है. शुभम रणजी में पंजाब की ओर से शतक लगाने वाले चौथे सबसे युवा खिलाड़ी हैं. उनका कहना है कि हरभजन सिंह ने रणजी ट्रॉफी के दौरान उनकी बहुत ज्यादा हौसला अफजाई की.

बहुत मायने रखता है अर्शदीप के लिए चयन
वहीं 18 साल के अर्शदीप सिंह चंडीगढ के मध्यम तेज गेंदबाज हैं. अर्शदीप ने पांच साल पहले शुरू किया था, इस साल वीनू मांकड ट्रॉफी में पंजाब के लिए 13 विकेट लिए थे. लेकिन अर्शदीप ने सभी का ध्यान इंडिया रेड की ओर से खेलते हुए एक मैच में पांच विकेट झटके थे. अंडर 19 विश्वकप टीम में चुना जाना अर्शदीप के लिए बहुत मायने रखता है जिसके लिए अर्शदीप दो साल से कोशिश कर रहे थे. अर्शदीप की लंबाई 6 फुट 2 इंच है जो एक तेज गेंदबाज के लिए बहुत अच्छी मानी जाती है.

जो पिता नहीं कर सके अर्शदीप ने कर दिखाया
अर्शदीप के पिता दर्शन सिंह रोपड़ की डीसीएम फैक्ट्री में चीफ सिक्यूरिटी ऑफिसर हैं. वे खुद पहले क्रिकेट खेला करते थे लेकिन नौकरी की वजह से उन्हें क्रिकेट छोड़ना पड़ा. अर्शदीप मीडियम पेसर बनना चाहता था और उसने अपना यह लक्ष्य हासिल भी कर लिया जो वह बनना नहीं चाहता था.

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