राष्ट्रीय हरित अधिकरण ने दिल्ली में प्रदूषण को नियंत्रित करने के लिये उठाये गये कदमों पर कार्ययोजना पेश नहीं करने के लिये प्रदेश सरकार को फटकार लगाई है. हरित अधिकरण ने सरकार को छह दिसंबर तक कार्ययोजना पेश करने का निर्देश दिए हैं.
दिल्ली की वायु गुणवत्ता के खतरनाक स्तर पर होने के बावजूद फिरोजशाह कोटला स्टेडियम में भारत-श्रीलंका के बीच टेस्ट मैच कराने के लिये एनजीटी ने अधिकारियों की आलोचना की.
एएनजीटी अध्यक्ष न्यायमूर्ति स्वतंत्र कुमार ने विशेष आदेश के बावजूद रिपोर्ट दाखिल करने में आप सरकार के नाकाम रहने पर ऐतराज जताया. सुनवाई के दौरान दिल्ली सरकार ने कहा कि उसे कार्रवाई योजना दाखिल करने के लिए और वक्त चाहिए क्योंकि मुख्य सचिव और पर्यावरण सचिव का हाल ही में तबादला हुआ है.
एनजीटी ने कहा, आपकी कार्रवाई योजना कहां है? आपने इसे क्यों नहीं सौंपा ? अगर आप हर किसी को बदलते रहेंगे, तो हम क्या कर सकते हैं? यदि लोग आपके साथ बने नहीं रहना चाहते हैं तो यह हमारी समस्या नहीं है. आप बैठकें करते रहे हैं लेकिन हमें बताइए कि वायु प्रदूषण से निपटने के लिए पिछले चार दिनों में आपने कोई काम किया, या कदम उठाया. यह कहा जा रहा है कि शहर में प्रदूषण खतरनाक स्तर पर पहुंच चुका है, फिर भी सरकार हालात से निपटने में ढीला रवैया अपना रही है.