पूर्व केन्द्रीय मंत्री एवं भाजपा के वरिष्ठ नेता अरुण जेटली का शनिवार को एम्स में निधन हो गया। वह 66 वर्ष के थे। जेटली का कई सप्ताह से एम्स में इलाज चल रहा था। अरुण जेटली के पार्थिव शरीर को रविवार सुबह दस बजे तक अंतिम दर्शन के लिए उनके आवास कैलाश कालोनी में रखा जाएगा। रविवार को उनका पार्थिव शरीर बीजेपी मुख्यालय पर अंतिम दर्शन के लिए रखा जाएगा और कल दोपहर निगम बोधघाट पर उनका अंतिम संस्कार होगा। एम्स ने इसकी घोषणा करते हुए एक संक्षिप्त बयान में कहा कि हम बड़े दुख के साथ अरुण जेटली के निधन की जानकारी दे रहे हैं। जेटली को सांस लेने में दिक्कत और बेचैनी की शिकायत के बाद नौ अगस्त को यहां अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्स) में भर्ती कराया गया था। होम मिनिस्टर अमित शाह और रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने सभी कार्यक्रम रद्द कर दिए हैं। वहीं जेटली के निधन पर राष्ट्रपति, उपराष्ट्रपति, पीएम मोदी, कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी समेत कई नेताओं ने शोक प्रकट किया है।
पूर्व वित्त मंत्री अरुण जेटली के निधन पर शनिवार को कांग्रेस ने दुख जताया और उनके परिवार के प्रति संवेदना प्रकट की। पार्टी ने अपने आधिकारिक ट्विटर हैंडल से कहा, ”हमें अरुण जेटली जी के निधन के बारे में सुनकर बहुत दुख हुआ है। दुख की इस घड़ी में हमारी संवेदनाएं और प्रार्थना उनके परिवार के साथ हैं।