बांग्लादेश चुनाव परिणाम भाजपा के लिए केस स्टडी हो सकते हैं डॉ नीलम महेंद्र :-वैसे तो आने वाला हर साल अपने साथ उत्साह और उम्मीदों की नई किरणें ले कर आता है, लेकिन यह साल कुछ खास है। क्योंकि आमतौर पर देश की राजनीति में रूचि न रखने वाले लोग भी इस बार यह देखने के लिए उत्सुक हैं कि 2019 में राजनीति का ऊँठ किस करवट बैठेगा। खास तौर पर इसलिए कि 2019 की शुरुआत दो ऐसी महत्त्वपूर्ण घटनाओं से हुई जिसने अवश्य ही हर एक का ध्यान अपनी…
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उत्तर प्रदेश चुनावों के परिणाम गुजरात में भाजपा के लिए बड़ी ताकत है
आईडिया टीवी न्यूज:- आज एक बार फिर वरिष्ठ लेखक गांधी नगर अहमदाबाद से श्री रमेश भाई जोशी जी खास आईडिया टीवी न्यूज के दर्शकों के लिए गुजरात की राजनीति पर उत्तम लेख लेके आए है। थोडे साल पहले की बात है खुद को हिंदु बताना या हिंदुत्व की बात करना अपने देश मे गुनाह और शर्म की बात थी । आज समय बदला है ।’ गर्व से कहो हम हिंदु है ‘ का सूत्र अक्सर हर हिंदु के मन की बात बन गई है । गुजरात मे 15 साल से…
मंदिरों को लेके गौरव तिवारी का बड़ा बयान!
आईडिया टीवी न्यूज:- आस्था क्या नही करा देती भक्तों से वही भक्त अपनी आस्था में करोड़ो रुपयों का चडावा चड़ा कर भी खुश है। आस्था और मंदिरों को लेके आईडिया टीवी न्यूज के एडिटर इन चीफ ने आज एक नही बहस छेड़ दी। जहा भक्त अपनी आस्था में सब कुछ मन्दिरों में अर्पित करने को तैयार है वही मन्दिरों से गरीब भक्तों को खाली हाथ ही लौटना पड़ता है। गौरव जी ने सभी मन्दिरों को लेके एक विनर्म अपील की है नही तो भविष्य में कुछ बड़े खुलासे करने की…
नासा में संस्कृत बड़े काम की चीज़ !
युवा जनर्लिस्ट प्रीटी नागपाल: ऑक्सफोर्ड से नासा ने माना कि संस्कृत बड़े काम की चीज़, कोर्स में कर रहे शामिल आप जब भी फॉरेन लैंग्वेज सीखने की बात आती है तो आपके ज़ेहन में फ्रेंच, इटैलियन, चाइनीज़ जैसी भाषाएं आती होंगी, लेकिन क्या आपने कभी अपने ही देश की मूल भाषा संस्कृत को पढ़ने के बारे में सोचा. अब आप कहेंगे किस संस्कृत सीखना भला कैसे काम आएगा? आपको बता दें कि संस्कृत अपने-आप में समृद्ध भाषा है जो बहुत सी भाषाओं की जननी है. दुनिया की किसी भी भाषा में…
दीपिका पादुकोण शादी से पहले सेक्स?
आईडिया टीवी न्यूज:-जहा हर चीज को पैसों के लिए नही बेच सकते ? वही हर बात पर इतिहास को नही छेड़ सकते। क्या आप लोग सहमत है कि हमारी बच्चियां बेटियां शादी से पहले सेक्स करे? मुझे नही लगता की कोई भी इस वाहियात बात पर सहमत होगा? ये एक निर्णयक लड़ाई है इस को बहुत गम्भीरता से समझना होगा हीरो हीरोइन हमारे देश मे क्या कद रखते है मुझे बोलने की जरूरत नही है। लाखो युवा पीढ़ी इन लोगो को अपना आदर्श मानती है ऐसे में इस तरह का…
आस्था से बड़ी दीवारे!
आस्था क्या है ये तो श्री हनुमानजी जी से बहतर कोन बता सकता है की श्री राम के प्रेम में अपना सीना फाड़ के माता सीता और प्रभु श्री राम को अपने ही भीतर दिखा दिया इस को कहते है सच्ची आस्था। आज कल आप लोगोने दीवारे बोल उठेंगी इस तरह के हजारों एड टीवी पर देखे होंगे? और वही दूसरी और मंदिरों में बढ़ती भीड़ लोगो का लंगर खिलाना प्रभु राम जी के जय कारे लगना ये सब देख के कितना अच्छा लगता होगा ना आप सभी को की…
रानी पद्मावती लगभग 700 वर्ष पश्चात*
हमारे जीवन मे चलचित्र का प्रभाव अधिक है । जोशी जी की कलम से :- पहले अपनी बात को समझाने हेतु संस्कृत के श्लोक या शुभाषित का प्रयोग किया जाता था । आजकल चलचित्र के संवाद या गीत का प्रयोग प्रचलित है । जैसे की माँ का निरूपण करने माता को संबोधित गीत गा कर भाव दर्शाने मे सरलता रहती है । आजकल चलचित्र का प्रभाव इतना बढ गया है की उस के न होते जीवन मे शून्यता लगती है । शायद इसी लिए हम अभिनेता और अभिनेत्री को सितारे…
क्या विश्व महाविनाश के लिए तैयार है
अमेरीकी विरोध के बावजूद उत्तर कोरिया द्वारा लगातार किए जा रहे हायड्रोजन बम परीक्षण के परिणाम स्वरूप ट्रम्प और किम जोंग उन की जुबानी जंग लगातार आक्रामक होती जा रही है। स्थिति तब और तनावपूर्ण हो गई जब जुलाई में किम जोंग ने अपनी इन्टरकाँन्टीनेन्टल बैलिस्टिक मिसाइल का सफल परीक्षण किया। क्योंकि न तो ट्रम्प ऐसे उत्तर कोरिया को स्वीकार करने के लिए तैयार हैं जिसकी इन्टरकाँटीनेन्टल बैलिस्टिक मिसाइलें न्यूयॉर्क की तरफ तनी खड़ी हों और न ही उत्तर कोरिया अपने परमाणु कार्यक्रम बन्द करने के लिए। इस समस्या से…
राजनीति का कड़वा सत्य वोटर फिर भी पस्त
गांधी नगर :-अनुमान अनुसार गुजरात के चुनाव की तारीख जाहिर हो गई । गुजरात का चुनाव हिमाचल के साथ जाहिर होता तो अच्छा रहता, मगर इसी का नाम राजनीति है फिर चाहे भाजप, कांग्रेस या अन्य कोई पक्ष हो । तारीख तय होते ही आचार संहिता लागु हो गई, मगर राजनीतिक पक्ष संहिता का ही आचार बना देंगे । गुजरात की तासीर है की वहाँ दो पक्ष शासक और विपक्ष का चलन ही रहा है जो भाजप और कांग्रेस है । तीसरा या प्रादेशिक पक्ष पनपा ही नहीं है और…
राष्ट्र को नोटबंदी की सालगिरह का तोहफा हैं मुकुल रॉय
आठ नवंबर को नोटबंदी की पहली सालगिरह है. इस मौके पर मुकुल रॉय से अच्छा नेशनल गिफ्ट क्या हो सकता है. बिना वजह काले धन के आरोपी दूसरे दलों में घूमते दिखे, यह नोटबंदी की सफलता के ऑप्टिक्स के लिए भी अच्छा नहीं है. इसलिए बीजेपी उन्हें अपने घर ले आई. अब भाषण ही तो देना है तो दो घंटे का भाषण तीन घंटे का कर दिया जाएगा. कहा जाएगा कि मां शारदे की बड़ी कृपा हुई कि शारदा स्कैम के आरोपी भी आ गए. अब तो अदालत का भी काम कम हो गया.…