भारत में गणेश जी के अनेक मंदिर न केवल प्रसिद्ध हैं वरण उनके प्रति प्रगाढ़ आस्था, श्रद्धा और विश्वास का भी प्रतीक हैं। कोई घर, गली, मोहल्ला, भवन, शहर ऐसा नहीं जहाँ गणेश जी विराजित न हों। उनका पूजन न होता हो। प्रथम पूज्य शिव और पार्वती के पुत्र, गणों के स्वामी, गज जैसा सिर, मूषक सवारी, केतु के देवता, चारों दिशाओं में सर्वव्यापकता के प्रतीक उनकी चार भुजाएं, महाबुद्धित्व का प्रतीक लंबी सूंड, विघ्न हरण मंगल करण एवं 108 नामों से पुकारे जाने वाले गणपति अर्थात गणेश भगवान का…
Category: सम्पूर्ण धर्म ज्ञान
रामलला की शोभायात्रा हर माह की नवमी को निकलेगी
रामलला अब चक्रवर्ती नरेश के रूप में भक्तों को दर्शन देकर उनका कुशलक्षेम जानने बाहर भी निकला करेंगे। इसी भाव को लेकर रामजन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ने हर माह के शुक्ल पक्ष की नवमी तिथि पर रामलला की शोभायात्रा निकालने पर विचार कर रहा है। यह शोभायात्रा रामजन्मभूमि परिसर से सरयू तट तक निकाली जाएगी। यहां सरयू दर्शन के उपरांत दक्षिणात्य पद्धति से वैदिक मंत्रोच्चार के बीच कल्याण महोत्सव का आयोजन किया जाएगा। चैत्र रामनवमी पर निकलेगी वार्षिक यात्रा- चैत्र रामनवमी के अवसर पर विराजमान रामलला की वार्षिक यात्रा भी निकाली…
इस कारण हर साल मनाई जाती है गणेश चतुर्थी
भाद्रपद शुक्ल पक्ष की चतुर्थी तिथि से गणेश चतुर्थी का पर्व शुरू हो जाएगा। दस दिवसीय गणेश उत्सव की शुरुआत 22 अगस्त से होगी। जानिए इसे मनाने का कारण। भाद्रपद शुक्ल पक्ष की चतुर्थी तिथि से गणेश चतुर्थी का पर्व शुरू हो जाएगा। दस दिवसीय गणेश उत्सव की शुरुआत 22 अगस्त से होगी जोकि 1 सितम्बर, भाद्रपद शुक्ल पक्ष की चतुर्दशी तक मनाया जायेगा। गणेश उत्सव के पहले दिन श्री गणेश जी की घर में स्थापना की जाती है और पूरे दस दिनों तक उनकी विधि-विधान से पूजा करके आखिरी दिन गणेश…
गणेश चतुर्थी पर: प्रथम पूज्य भगवान श्री गणेश की विधि विधान से करें स्थापना
गणेश चतुर्थी पर प्रथम पूज्य भगवान श्री गणेश की स्थापना विधि-विधान से करना चाहिए। मान्यता है कि इस दिन भगवान श्रीगणेश का अवतरण हुआ। भगवान श्रीगणेश घर में विराजित हो उन दिनों घर स्वच्छ और वातावरण पवित्र होना चाहिए। श्रीगणपति की स्थापना से जुड़े कुछ नियमों को पालन करना आवश्यक है। भगवान श्रीगणेश को घर लाने से पहले उस स्थान की साफ सफाई और सजावट कर लें जहां भगवान को विराजित करना है। भगवान श्रीगणेश के घर आगमन पर शंख बजाए और गंगाजल छिड़कें। विराजमान करने के लिए चौकी पर…