धार्मिक मान्यताओं के अनुसार, सिंह संक्रांति के दिन सूर्य देव की पूजा के साथ साथ भगवान विष्णु और भगवान नरसिंह की आराधना का भी विधान है. वहीं, इस दिन घी का सेवन अत्यंत महत्वपूर्ण माना जाता है. नई दिल्ली : हिन्दू धर्म में सूर्य देव का राशि परिवर्तन संक्रांति के रूप में मनाया जाता है. धार्मिक मान्यता है कि सूर्य ग्रह का जिस भी राशि में परिवर्तन होता है उस दिन को उस राशि की संक्रांति के नाम से जाना जाता है. इस बार यह राशि परिवर्तन 17 अगस्त 2022,…
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5 फरवरी को मनेगा बसंत पंचमी का त्योहार, नोट कर लें पूजा का शुभ मुहूर्त और संपूर्ण पूजन विधि
Basant Panchami 2022 : इस बार बसंत पंचमी का त्योहार 5 फरवरी को मनाया जाएगा। प्रति वर्ष यह पर्व माघ महीना के शुक्ल पक्ष की पंचमी तिथि को मनाया जाता है। ऋतुराज बसंत का आगमन इसी दिन होता है। सो हिन्दू मतावलंबी इसे धूमधाम से मनाते हैं। बसंत पंचमी पर्व विशेष रूप से बुद्धि व विद्या की अधिष्ठात्री मां सरस्वती को समर्पित होता है। इस अवसर पर मां शारदे की विशेष आराधना की जाती है। इसके अलावा इस दिन कामदेव की भी आराधना का भी विधान है। पौराणिक मान्यता के अनुसार…
ब्रह्म और व्रज योग में मनेगी मकर संक्रांति, चार महासंयोग का मिलन बना देगा इस दिन को बेहद खास
Makar Sankranti 2022 : इस बार मकर संक्रांति पर चार महासंयोग का मिलन हो रहा है। इसे काफी शुभ माना जा रहा है। खास यह भी कि 14 जनवरी नहीं शनिवार 15 जनवरी को मकर संक्रांति मनायी जाएगी। भगवान सूर्यदेव का धनु से मकर राशि में प्रवेश होगा। सूर्य दक्षिणायण से उत्तरायण हो जाएंगे। खरमास समाप्त हो जाएगा। इसी के साथ ही मांगलिक कार्य शुरू हो जाएंगे। ज्योतिषशास्त्र के जानकार पं. मोहन कुमार दत्त मिश्र बताते हैं कि मकर संक्रांति पर ब्रह्म, व्रज, बुध और अदित्य का समागम हो रहा है।…
दिसंबर महीने में इस तारीख को है गुरु और शुक्र प्रदोष व्रत, जानिए क्या है महत्व
साल में कुल 24 प्रदोष व्रत पड़ते हैं. हिंदू धर्म में प्रदोष व्रत का बहुत अधिक महत्व होता है. प्रदोष व्रत पर विधि-विधान से भगवान शंकर की पूजा-अर्चना करने से व्यक्ति की सभी मनोकामनाएं पूरी हो जाती हैं. नई दिल्ली: Pradosh Vrat : पंचाग में हर माह दो प्रदोष व्रत आते हैं. एक कृष्ण पक्ष में और दूसरा शुक्ल पक्ष में पड़ने वाला प्रदोष व्रत. प्रदोष व्रत भगवान शंकर को समर्पित है. त्रयोदशी तिथि पर प्रदोष व्रत रखा जाता है. हर माह की त्रयोदशी के दिन प्रदोष व्रत रखा जाता…
जानें शंख से जुड़ी कुछ महत्वपूर्ण बातें, माँ लक्ष्मी होंगी प्रसन्न
जो लोग शंख बजाते हैं, उनको ध्वनि दोष नहीं होता है और स्वास्थ्य लाभ भी प्राप्त होता है. शंख के इस्तेमाल से सारे वास्तु दोष भी नष्ट हो जाते हैं. हिन्दू धर्म में पूजा पाठ के समय शंख को इस्तेमाल करने का काफी महत्व है. ऐसा माना जाता है कि शंख से निकलने वाली ध्वनि से घर के अंदर की सारी बुराइयां,नकारात्मकता दूर होती है. घर में पॉजिटिव एनर्जी आती है. जो लोग शंख बजाते हैं, उनको ध्वनि दोष नहीं होता है और स्वास्थ्य लाभ भी प्राप्त होता है. शंख…
Kharmas 2021: 14 दिसंबर से खरमास होगा शुरू, शुभ कार्य से बचें
इस वक्त शादी, सगाई, वधू प्रवेश, द्विरागमन, गृह प्रवेश, गृह निर्माण, नए व्यापार की शुरूआत नहीं करनी चाहिए. नई दिल्ली: Kharmas 2021: हिन्दू धर्मग्रंथों के अनुसार कोई भी शुभ कार्य करने से पहले सही मुहूर्त का होना जरूरी है. इसके साथ सूर्य की चाल पर भी जरूर ध्यान दिया जाता है. मगर खरमास माह में किसी तरह का शुभकार्य नहीं होता है. इस बार खरमास 14 दिसंबर से शुरू होने वाला है. पूरे माह के बाद यह 14 जनवरी को समाप्त होगा. इस दौरान किसी तरह का शुभकार्य नहीं किया…
क्यों खास है देव दीपावली? का महत्व-जानें ‘देव दीपावली’ का महत्व,शुभ मुहूर्त और पूजा-विधि
मान्यता है कि इस दिन भगवान शिव ने त्रिपुरासुर का वध किया था और इसी खुशी में देवताओं ने दीए जलाकर उत्सव मनाया था. तब से ही देवोत्सव मनाए जाने लगा. कहा जाता है कि इस दिन सारे देवतागण गंगा घाट पर दिवाली मनाने आते हैं. हर साल कार्तिक मास की पूर्णिमा को देव दिवाली मनाई जाती है. इस बार देव दिवाली 18 नवंबर 2021 दिन गुरुवार को मनाई जाएगी. इसे ‘त्रिपुरारी’ पूर्णिमा और ‘त्रिपुरोत्सव’ भी कहा जाता है. ऐसी मान्यता है कि इस दिन देवता काशी की पवित्र भूमि…
आज है देवोत्थान एकादशी, जानें शुभ मुहूर्त और समय
देवउठानी एकादशी पर माता तुलसी और भगवान शालिग्राम के विवाह की परंपरा है। इसके बाद से चतुर्मास से रूके हुए मांगलिक कार्यक्रमों की शुरूआत हो जाती है। नई दिल्ली: कार्तिक शुक्ल पक्ष की एकादशी तिथि को देवोत्थान एकादशी और देवउठनी एकादशी के नाम से पुकारा जाता है. इस दिन से चार माह से रूके हुए सभी मांगलिक कार्य दोबारा से शुरू हो जाते हैं. इस बार ये एकादशी 14 नवंबर को यानी आज पड़ रही है. मान्यता के अनुसार एकादशी व्रत रखने से भगवान विष्णु और माता लक्ष्मी की असीम कृपा…
आंवला नवमी कल, जानिए क्यों की जाती है आंवले के पेड़ की पूजा? नोट कर लें शुभ मुहूर्त, महत्व और पूजन विधि
कार्तिक मास के शुक्ल पक्ष के नवमी तिथि को आंवला नवमी मनाते हैं। आंवला नवमी को अक्षय नवमी के नाम से भी जानते हैं। इस साल आंवला नवमी 12 नवंबर, शुक्रवार को है। हिंदू धर्म में आंवला नवमी का विशेष महत्व है। मान्यता है कि आंवला नवमी के दिन दान करने से पुण्य का फल इस जन्म के साथ अगले जन्म में भी मिलता है। शास्त्रों के अनुसार, आंवला नवमी के दिन आंवला के वृक्ष की पूजा करने से व्यक्ति को पापों से मुक्ति मिलती है। आंवला नवमी के दिन…
नहाय-खाय के साथ आज से शुरू होगी छठ पूजा; जानें पूजन सामग्री और व्रत विधि के बारे में
छठ पूजा वैसे तो मुख्य तौर पर बिहार, झारखंड और पूर्वी उत्तर प्रदेश मनाया जाता है, लेकिन अब इसकी ग्लोबल पहचान बन चुकी है। लोक आस्था के इस पर्व में उगते और डूबते सूर्य की अराधाना की जाती है। सूर्य षष्ठी व्रत होने के कारण इसे छठ कहा गया है। छठ पर्व वर्ष में दो बार मनाया जाता है। पहली बार चैत्र में और दूसरी बार कार्तिक में। चैत्र शुक्ल पक्ष षष्ठी पर मनाए जाने वाले छठ पर्व को चैती छठ और कार्तिक शुक्ल पक्ष षष्ठी पर मनाए जाने वाले पर्व को कार्तिकी…