पंडित या ब्राह्मण लहसुन-प्याज़ नहीं खाते हैं ये तो आप सब जानते हैं, मगर क्यों नहीं खाते इसकी वजह शायद ही किसी को पता होगी, क्योंकि आजतक हमारे बड़े-बुज़ुर्गों ने इसकी वजह नहीं बताई, बस कह दिया ब्राह्मण लहसुन-प्याज़ नहीं खाते. दरअसल, इसके पीछे कई मान्यताएं और कहानियां हैं. चलिए इनमें से कुछ के बारे में आज हम आपको बताते हैं. एक मान्यता के अनुसार, समुद्र मंथन के दौरान जब समुद्र से अमृत का कलश निकला था, तब विष्णु भगवान सभी देवताओं को अमर होने के लिए अमृत बांट रहे…
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सोमनाथ मंदिर से जुड़े रहस्य..!
सोमनाथ मंदिर से जुड़े रहस्य..! दोस्तों आज हम आपको एक ऐसे मंदिर के बारे में बतला रहे हैं जिसका निर्माण किसने किया और यह कब बनाया गया इसकी जानकारी आज तक किसी को नहीं हो पाई है। जिस मंदिर को मुगलों ने कई बार लूटा, कई विदेशी ताकतों ने इस मंदिर को जड़ से उखाड़ फेंकने की नाकाम कोशिश की, कई बार इस मंदिर की संपत्ति को लूटा गया, जितना बार इस मंदिर को नष्ट करने के लिए दुष्ट पैदा हुए, उतने ही बार इस मंदिर के पुनः निर्माण के…
पित्र पक्ष 2018, पूर्णिमा तिथि पर आज से शुरू हुआ श्राद्ध, जानिए तर्पण का समय
24 सितंबर यानी आज सोमवार से पितृपक्ष शुरू हो चुका है, इस दिन हिंदू धर्म में लोग अपने पूर्वजों की पिंड दान करते हैं. जिनके मृत्यु पूर्णिमा के दिन हुई होती है, पितृपक्ष के पहले दिन उनका पिंडदान किया जाता है. लेकिन पिंडदान से पहले ये पता होना जरूरी होता है कि कौन सा समय इस कार्य के लिए शुभ है. नई दिल्ली: हिंदू धर्म में पितृपक्ष को लोग बहुत मानते हैं, इस दिन पूर्वजों की आत्मा की शांति के लिए लोग तर्पण करवाते हैं. तर्पण के साथ- साथ लोग अपने…
ईश्वर की सबसे बड़ी भक्ति का सब से बड़ा पुण्य।
एक राजा बहुत बड़ा प्रजापालक था, हमेशा प्रजा के हित में प्रयत्नशील रहता था. वह इतना कर्मठ था कि अपना सुख, ऐशो-आराम सब छोड़कर सारा समय जन-कल्याण में ही लगा देता था . यहाँ तक कि जो मोक्ष का साधन है अर्थात भगवत-भजन, उसके लिए भी वह समय नहीं निकाल पाता था. एक सुबह राजा वन की तरफ भ्रमण करने के लिए जा रहा था कि उसे एक देव के दर्शन हुए. राजा ने देव को प्रणाम करते हुए उनका अभिनन्दन किया और देव के हाथों में एक लम्बी-चौड़ी पुस्तक…