एक प्रचार सभा के दौरान ट्रंप ने भारत और चीन को मिलने वाली विकासशील देश के दर्जे पर सवाल खड़े किए हैं.
वाशिंगटन: अमेरिका के राष्ट्रपति डोनल्ड ट्रंप ने भारत और चीन के विकासशील देश के दर्जे पर कड़े तेवर इख्तियार कर लिए हैं. डोनल्ड ट्रंप ने कहा है कि भारत व चीन अब विकासशील देश नहीं रहे हैं. ट्रंप ने दावा किया कि वे वर्ल्ड ट्रेड आर्गेनाइजेशन (डब्ल्यूटीओ) के टैग का फायदा ले रहे हैं और चेताया कि वह अब इसे और नहीं होने देंगे.
ट्रंप ने पीट्सबर्ग में एक प्रचार अभियान रैली में कहा, “वे (डब्ल्यूटीओ) कुछ देशों जैसे चीन, भारत को विकासशील राष्ट्र के रूप में देखते हैं. देखिए, अब वे विकसित हो चुके हैं और इन्होंने जबरदस्त फायदा उठाया, हम इसे अब और नहीं होने देंगे, हर कोई प्रगति कर रहा है, सिवाय हमारे (अमेरिका के).”
उन्होंने रैली में कहा कि वे (भारत व चीन) डब्ल्यूटीओ से मिले विकासशील देश के दर्जे का फायदा ले रहे हैं, जिससे अमेरिका को नुकसान हो रहा है. डब्ल्यूटीओ एक अंतरसरकारी संगठन है जो राष्ट्रों के बीच अंतर्राष्ट्रीय व्यापार को नियंत्रित करता है.
मीडिया रिपोर्ट में कहा गया कि व्हाइट हाउस ने एक ज्ञापन में कहा है कि चीन और कई अन्य देशों ने विकासशील देशों के रूप में अपने को दिखाना जारी रखा है. इससे उन्हें लाभ मिल रहा है और डब्ल्यूटीओ के कुछ अन्य सदस्य देशों से अलग वे कम जिम्मेदारियां उठा रहे हैं. ट्रंप ने कहा कि अगर जिनेवा स्थित संगठन कुछ राष्ट्रों को फायदा पहुंचाने की अपनी कमियों पर ध्यान देने में विफल रहता है तो फिर अमेरिका को डब्ल्यूटीओ की जरूरत नहीं है.