भारतीय बॉक्सर मनीष कौशिक ने विश्व मुक्केबाजी चैम्पियनशिप के 63 किलोग्राम वर्ग के सेमीफाइनल में शीर्ष वरीयता प्राप्त क्यूबा के एंडी गोमेज़ क्रूज़ से 0-5 से हार गए हैं। इस प्रकार मनीष कौशिक को कांस्य पदक से ही संतोष करना पड़ा। इससे पहले, भारत ने कभी भी विश्व चैंपियनशिप के एकल संस्करण में एक से अधिक कांस्य पदक नहीं जीते थे, लेकिन पंघाल और कौशिक ने सेमीफाइनल में जगह बनाई। सेमीफाइनल में, कौशिक ने क्यूबा के खिलाड़ी के साथ तालमेल रखने के लिए संघर्ष किया।
हार के बाद कौशिक ने कहा कि “मैंने इस चैंपियनशिप में अपना सब कुछ दिया है लेकिन मुझे लगता है कि मेरे खेल में कुछ चीजों की कमी है, जिसे मैं सुधारने की कोशिश करूंगा। आने वाले टूर्नामेंट में मैं और कड़ी मेहनत करूंगा और बेहतर परिणाम दूंगा।”
आपको बता दें एशियाई खेलों के स्वर्ण पदक विजेता अमित पंघाल (52 किग्रा) शुक्रवार को विश्व मुक्केबाजी चैंपियनशिप के फाइनल में पहुंच गए हैं। ऐसा करने वाले वो पहले भारतीय बॉक्सर बन गए हैं। बॉक्सर अमित पंघाल ने सेमीफाइनल में 52 किलोग्राम वर्ग में साकेन बिबोसिनोव को 3-2 से हराया, इस प्रकार पंघाल पुरुषों की विश्व मुक्केबाजी चैंपियनशिप में फाइनल में पहुंचने वाले पहले भारतीय बन गए। पंघाल कल फाइनल में गोल्ड के लिए उज्बेकिस्तान के शाखोबिदीन ज़ोइरोव से खेलेंगे।
इससे पहले अमित पंघाल ने सेमीफाइनल में पहुंचने के लिए फिलीपींस के कार्लो पहलम को 4-1 से हराया। वह विश्व चैंपियनशिप में पदक के करीब पहुँचने वाले पांचवें भारतीय व्यक्ति बन गए थे। इस प्रकार भारतीय मुक्केबाज के पास पहली विश्व चैंपियनशिप पदक जीतने का शानदार मौका है।