पंजाब में हिंदू संगठन के नेताओं की हत्या मामले में पुलिस ने पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी आईएसआई का हाथ होने का दावा किया है. पंजाब पुलिस ने हिंदू नेताओं की हत्या मामले में एक लोकल गैंग को जिम्मेदार ठहराया है, जो जेल से ही साजिश रच रहा था और ये लोग आईएसआई के संपर्क में थे. इस मामले की जांच राष्ट्रीय जांच एजेंसी भी कर रही है.
पंजाब के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह ने राज्य की पुलिस को योजनाबद्ध तरीकों से की गई हत्या का मामला सुलझाने पर बधाई दी है. सीएम अमरिंदर ने नेताओं की हत्या के मामले में चार लोगों की गिरफ्तारी को अहम बताते हुए कहा कि ISI का मकसद सांप्रदायिक उन्माद फैलाना था. लुधियाना, खन्ना और जालंधर में हुई हत्या का मामला चार लोगों की गिरफ्तारी के साथ ही सुलझा लिया गया है.
सीएम अमरिंदर के ट्वीट के मुताबिक आरोपियों को विदेश में प्रशिक्षित किया गया था और वे पाकिस्तानी हैंडलरों से संपर्क के लिए इन्क्रिप्टेड मोबाइल सॉफ्टवेयर और ऐप का इस्तेमाल कर रहे थे.
पंजाब में पिछले एक साल से कई नेताओं की हत्या हो चुकी है. अमित अरोड़ा, शिवसेना नेता दुर्गादास गुप्ता, आरएसएस नेता जगदीश गगनेजा और रविंदर गोसाईं, श्री हिंदू तख्त के अधिकारी अमित शर्मा और कई नेताओं की जा चुकी है.