सऊदी अरब ने पाकिस्तान के पोस्ट ग्रेजुएट मेडिकल डिग्री कार्यक्रमों को अमान्य करार दिया है और यहां रह रहे कई पाकिस्तानी डॉक्टरों से देश छोड़ने या प्रत्यर्पित किए जाने के लिए तैयार रहने को कहा है।
डॉन अखबार में बुधवार को प्रकाशित हुई एक खबर में बताया गया है कि सऊदी अरब के स्वास्थ्य मंत्रालय ने कहा कि पाकिस्तान के मेडिकल कार्यक्रमों में संरचना आधारित प्रशिक्षण की कमी है जो डॉक्टरों को उच्च पदों पर भर्ती करने के लिए अनिवार्य है।
सऊदी अरब के स्वास्थ्य मंत्रालय के इस फैसले से सैकड़ों डॉक्टर प्रभावित हुए हैं। खबर में बताया गया है कि कतर, संयुक्त अरब अमीरात और बहरीन भी पाकिस्तान के मेडिकल कार्यक्रमों को अमान्य करार देने के सऊदी अरब सरकार के फैसले को अपना रहे हैं।