ह्यूस्टन. प्रधानमंत्री नरेंद्र माेदी अमेरिका के ह्यूस्टन में पहुंच गए हैं। वह रविवार काे यहां ‘हाउडी माेदी’ कार्यक्रम में भारतीय समुदाय के लोगों काे संबाेधित करेंगे। टेक्सास इंडिया फाेरम के इस कार्यक्रम में अमेरिकी राष्ट्रपति डाेनाल्ड ट्रम्प भी शामिल हाे रहे हैं। कार्यक्रम भारतीय समय के अनुसार रात 8:30 बजे (ह्यूस्टन का समय सुबह 10 बजे) से शुरू होगा और रात करीब 11:30 बजे खत्म होगा।
माेदी भारतीय समय अनुसार 11 बजे ह्यूस्टन पहुंचे। एयरपोर्ट पर उन्हें व्यापार और अंतर्राष्ट्रीय मामलों के निदेशक क्रिस्टोफर ओल्सन और अन्य अधिकारियों ने रिसीव किया। इस दौरान भारत में अमेरिकी राजदूत केनेथ जस्टर और यूएस में भारतीय राजदूत हर्षवर्धन श्रृंगला भी मौजूद रहे।
ह्यूस्टन में रहने वाले कुछ लोगों ने दावा किया है कि मोदी के कार्यक्रम के खिलाफ विरोध प्रदर्शन करने कुछ खालिस्तानी और नकली कश्मीरी समूह बनाकर आ सकते हैं। रिपोर्ट्स के मुताबिक, कुछ पाकिस्तान समर्थकों ने वॉट्सऐप, फेसबुक और ट्विटर के जरिए कार्यक्रम को लेकर नफरत भरे मैसेज वायरल करने शुरू कर दिए हैं।
ह्यूस्टन में रहने वाले भारतीय समुदाय के मुताबिक, वहां कुछ लोग खुद को कश्मीर का बताकर हाउडी मोदी इवेंट का विरोध कर रहे हैं। जबकि वे असलियत में कश्मीर के मूल निवासी नहीं हैं। वे कश्मीर की भाषा तक नहीं बोलते। यह समूह पाकिस्तान के कुछ प्रतिनिधियों का है, जो दुनिया के सामने झूठ पेश करना चाहते हैं।
कश्मीर पर झूठ फैला रहे पाक समर्थित जिहादी
वैश्विक कश्मीरी पंडित समुदाय के मोहन सप्रू ने कहा कि कुछ जिहादी इस्लामी संगठन के लोग जो कश्मीर के हैं ही नहीं, वे भी जनता को कश्मीर के बारे में झूठ बोलकर गुमराह कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि पश्चिमी मीडिया और अमेरिकी राजनेता अभी यह नहीं जानते कि आतंकवाद की वजह से कश्मीर में किस तरह दुष्कर्म, हत्या और कश्मीरी हिंदुओं का नरसंहार हुआ।
वहीं अमेरिका में सिखों को प्रतिनिधित्व करने वाले संगठन सिख ऑफ अमेरिका, इंक के अध्यक्ष जयदीप सिंह ने भी पाक की साजिश के बारे में जानकारी दी। उन्होंने कहा कि पूरे अमेरिका में भारतीय हिंदू और अल्पसंख्यक सिख बेहतर तरीके से साथ रहते हैं। लेकिन सोशल मीडिया पर चल रहे नफरत भरे मैसेज से उनमें अलगाव पैदा हो रहा है। कुछ वॉट्सऐप ग्रुप में ऐसा यह मैसेज चलाया जा रहा है कि प्रधानमंत्री मोदी के अल्पसंख्यकों के खिलाफ हो रही हिंसा से मुंह मोड़ रहे हैं।
संयुक्त राष्ट्र महासभा में भी हो सकता है विरोध प्रदर्शन
बताया गया है कि ये समूह ह्यूस्टन के बाद न्यूयाॅर्क में भी मोदी के विरोध के लिए पहुंच सकते हैं। यहां संयुक्त राष्ट्र महासभा की बैठक होनी है। न्यूयॉर्क सिटी पुलिस के मुताबिक, मोदी-विरोधी रैली के लिए तीन समूहों ने परमिशन मांगी है। इनमें पाकिस्तान के समर्थन वाला एक संस्थान भी शामिल है। पुलिस के मुताबिक, इन प्रदर्शनों में 7 हजार लोग जुट सकते हैं।
United States: Prime Minister Narendra Modi arrives in Houston, Texas. He has been received by Director, Trade and International Affairs, Christopher Olson and other officials. pic.twitter.com/DMu9lb3OFI
— ANI (@ANI) September 21, 2019