मेरठ: उत्तर प्रदेश के उप-मुख्यमंत्री डॉ. दिनेश शर्मा ने शुक्रवार को कहा कि प्रदेश सरकार शिक्षा में बड़ा परिवर्तन करने जा रही है. अगले सत्र से यूपी बोर्ड की परीक्षा में एनसीईआरटी पैटर्न लागू होगा. इसमें यूपी बोर्ड 30 प्रतिशत अपना और 70 प्रतिशत एनसीआरटी का पैटर्न रखेगा. उन्होंने कहा कि ऐसा इसलिए किया जाएगा ताकि सीबीएसई में पढ़ने वाले बच्चों और यूपी बोर्ड से पढ़ने वाले बच्चों के बीच असमानता न रहे. चौधरी चरण सिंह विश्वविद्यालय में एक संगोष्ठी को संबोधित कर रहे शर्मा ने बताया, “इस बार बोर्ड परीक्षा सीसीटीवी की निगरानी में कराई जाएगी. दीपावली से पहले यूपी बोर्ड की परीक्षा तिथि घोषित की जाएगी. इस बार सरकारी स्कूलों को छोड़कर उन प्राइवेट स्कूलों को परीक्षा केंद्र बनाया जाएगा, जिनमें सीसीटीवी कैमरे लगे होंगे.’’
उन्होंने कहा कि इस बार परीक्षा केंद्र पहले से कम होंगे. परीक्षा एक महीने के अंदर पूरी कराई जाएगी. इसे नकलविहीन कराने के लिए कड़ी सुरक्षा व्यवस्था भी की जाएगी. इस दौरान किसी भी स्कूल के प्रबंधन समिति के सदस्यों को केंद्र के 200 मीटर दायरे से दूर रहना होगा. किसी को परीक्षा केंद्र पर आने की अनुमति नहीं होगी. केंद्र व्यवस्थापक के साथ एक सहायक व्यवस्थापक तैनात किया जाएगा जो किसी दूसरे स्कूल का होगा. परीक्षा की निगरानी प्रशासन करेगा.
उप-मुख्यमंत्री ने कहा कि यदि नकल पकड़ी गई तो उस स्कूल के परीक्षा केंद्र की मान्यता पर उचित निर्णय लेकर कार्रवाई की जाएगी. नकल माफियों को चिन्हित करने का कार्य भी किया जा रहा है. ताकि उन पर नकेल कसकर कड़ी कार्रवाई समय से की जा सके.