गांधीनगर: कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी आज तीन दिन के दौरे पर गुजरात जा रहे हैं. चुनाव में 39 दिनों का वक्त बचा हैं, ऐसे में कांग्रेस गुजरात का किला फतेह करने में कोई कोर कसर नहीं छोड़ना चाहती. राहुल गांधी नवसृजन यात्रा के लिए तीन दिन के गुजरात दौरे पर होंगे.
कहां-कहां जाएंगे राहुल गांधी?
नवसृजन यात्रा के दौरान राहुल दक्षिण गुजरात के भरूच, तापी, वलसाड, नवसारी और सूरत जाएंगे. इस दौरान वह नुक्कड़ सभाओं और रैलियां को संबोधित करेंगे. राहुल किसानों और कारोबारियों के साथ भी चर्चा करेंगे. राहुल अपने दौरे की शुरुआत भरुच से करेंगे.
भरुच राहुल के दादाजी फिरोज गांधी का गृह जिला है. फिरोज गांधी का बचपन भरुच में बीता था. वह यहीं से निकलकर मुंबई गए थे. आपको यह भी बता दें कि भरुच सोनिया गांधी के राजनीतिक सलाहकार और राज्यसभा सांसद अहमद पटेल का भी गृह जिला है.
क्यों सुर्खियों में था भरुच?
भरुच के सरदार पटेल अस्पताल में आईएसआईएस का संदिग्ध आतंकी काम करता था, जिसकी वजह से भरुच सुर्खियों में है. गुजरात के मुख्यमंत्री विजय रुपाणी ने सांसद अहमद पटेल को अस्पताल का कर्ताधर्ता बताया था, जिसके बाद से कांग्रेस बीजेपी के निशाने पर थी.
राहुल गांधी का आज का कार्यक्रम
कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधीसुबह 10 बजे वडोदरा एयरपोर्ट पहुंचेंगे. वह सुबह 11 बजे भरूच के जंबुसर के सिटी ग्राउंड में नुक्कड़ सभा को संबोधित करेंगे और फिर दोपहर 12.30 बजे भरूच में जमीन अधिग्रहण से प्रभावित किसानों से मुलाकात करेंगे. इसके बाद राहुल दोपहर 3.30 बजे भरूच के अंकलेश्वर में वालिया चौकड़ी में नुक्कड़ सभा को भी संबोधित करेंगे. राहुल गांधी शाम 5.15 बजे सूरत के जांखवाव गांव में और शाम 6.15 बजे सूरत के मांडवी में नुक्कड़ सभा को संबोधित करेंगे. राहुल रात को तापी जिले के व्यारा सर्किट हाउस में रुकेंगे.
90 के दशक तक कांग्रेस का गढ रहा है दक्षिणी गुजरात
राहुल गांधी ने इस इलाके में अपनी पूरी ताकत झौंक दी है, क्योंकि दक्षिणी गुजरात 90 के दशक तक कांग्रेस का गढ रहा है लेकिन, पिछले डेढ दशक से इस इलाके में कांग्रेस की पकड़ ढीली पड़ी है और बीजेपी मजबूत हुई है. यहां तक की सूरत शहर की सभी सीट बीजेपी के पास है.
क्या है दक्षिण गुजरात का गणित?
दक्षिण गुजरात में सूरत, नवसारी , भरूच, वलसाड, नर्मदा, तापी, डांग जिले हैं. दक्षिण गुजरात में कुल 35 सीटें हैं और यह बीजेपी का गढ़ है. यहां की 35 में से 28 सीटों पर बीजेपी का कब्जा है और कांग्रेस के पास सिर्फ 6 सीटें हैं. यहां सर्वाधिक सीटों पर आदिवासी निर्णायक भूमिका में हैं. कई सीटों पर पटेल और कोली जाति का प्रभुत्व भी है और कुछ विधानसभाओं में एससी जातियों का भी वर्चस्व है.