सऊदी अरब में इस हफ्ते भ्रष्टाचार के मामले में कुछ बड़ी गिरफ्तारियां की गई हैं. इनमें सऊदी अरब के कई बड़े उद्योगपतियों, राजकुमारों और वरिष्ठ अधिकारियों के नाम शामिल हैं. इन नामों में एक बड़ा नाम ओसामा बिन लादेन के भाई बकर बिन लादेन का भी है.
इस गिरफ्तारी के बाद पिछले एक दशक से चले आ रहे बिन लादेन ग्रुप और सत्तारुढ़ अल सऊद के बीच संबंध टूट गया है. सरकार के मुताबिक 100 बिलियन डॉलर के गबन के आरोप में 201 लोगों को कस्टडी में लिया गया है.
सऊदी के आलोचकों और विशेषज्ञों ने क्राउन प्रिंस मोहम्मद बिन सलमान के इस कदम को रिस्की बताया है. वहीं कुछ लोग सलमान के इस कदम को सऊदी अरब में आर्थिक राष्ट्रवाद के उदय की शुरुआत बता रहे हैं.
32 वर्षीय क्राउन प्रिंस, ‘विज़न 2030’ को ध्यान में रखते हुए काम कर रहे हैं. इसमें वे सऊदी अरब की तेल राजस्व पर पूरी तरह निर्भरता को खत्म कर राजस्व के नए विकल्पों पर भी विचार कर रहे हैं.