आस्था क्या है ये तो श्री हनुमानजी जी से बहतर कोन बता सकता है की श्री राम के प्रेम में अपना सीना फाड़ के माता सीता और प्रभु श्री राम को अपने ही भीतर दिखा दिया इस को कहते है सच्ची आस्था।
आज कल आप लोगोने दीवारे बोल उठेंगी इस तरह के हजारों एड टीवी पर देखे होंगे?
और वही दूसरी और मंदिरों में बढ़ती भीड़ लोगो का लंगर खिलाना प्रभु राम जी के जय कारे लगना ये सब देख के कितना अच्छा लगता होगा ना आप सभी को की हम हिन्दू है हमारा सनातन धर्म कितना महान है।
हिन्दू होना गर्व की बात है और हो भी क्यों ना हमारा इतिहास कोई छोटा मोटा थोड़ी है इतने दिव्य देवी देवताओं का प्रकट होना एक से बढ़ कर एक महान ऋषि मुनी साधु संत एक से बढ़ कर एक तपस्वी हिन्दू होने पर आखिर गर्व हो भी क्यों ना।
मुझे कलयुग शायद अब समझ मे आ रहा है मुझे लगा लादेन आतंकवाद लुटा खसोटी मारा मारी इंसानियत का मरना इतना मरना की चीजें ही मिलावटी बनने लगे और लोग मर रहे पैसों के लिए लूट रहे है एक दूसरे को ही में तो इस को ही कलयुग समझ रहा था अब तक?
पर आस्था में कोई खोट नही है कोई हमारे धर्म देवी देवताओं का मजाल है की अपमान कर दे मजाक उड़ा दे तलवारे खिंच जाय लोग मरने मारने को उतारू हो जय इस को ही सच्ची आस्था कहते है!?
व्यास पीठ से बड़ी बड़ी कथाओं में एक से एक महान श्री श्री श्री श्री श्री गुरुओ से ईश्वर को लेके कितना कुछ ज्ञान की बाते सुनते है आप दिल खुश हो जाता होगा।
एक से एक जटा धारी सन्त एक से एक धर्म योद्धाओं की गर्मी एक से बढ़ कर एक धर्म पर दल बनाने वाले एक से एक धर्म के अखाड़े मजाल है की कोई हमारे देवी देवताओं का जरा भी अपमान कर दे आखिर हम में कूट कूट के आस्था जो भरी पड़ी है?
अब इतना आप लोगो को लपेटा है ऊप्पर आप ये फोटो भी देख रहे है सोच रहे होंगे की ये फोटो ऐसे कैसे लगी है हो सकता है आप का खून भी खोल रहा हो??
अपनी आस्था की आँखे थोड़ी खोल लीजिए जी ये सत्य है आज कल गली चौराहों महोल्लो में लोग उन की दीवारो को गन्दगी से बचने के लिए हमारे ही देवी देवताओं के चित्र बाहर लगा देते है।
बेशर्मी की भी हद होती है जो लोग किस भी चौराहों पर गली में महल्लो में लोग अपनी दीवारो पर कोई ######ते ना और कोई उन की दीवारों पर थू#######के ना सिर्फ इस लिए की उन की दीवारो कोई गन्दा ना कर दे इस लिए ये लोग हमारे धर्म का खुल्ला मजाक उड़ा रहे है।
लोगो की भी दाद देनी पड़ेगी वो लोग भी जो कथा कथित धर्म के रक्षक अपने आप को बोलते है और उन के सामने ही दीवारो को बचाने के लिए भगवानो की तस्वीर चौराहों पर लगा देते है।
क्या हमारे धर्म को और पूर्वजों को यही देखना शेष रह गया था?
बड़ी बड़ी बाते बड़े बड़े ज्ञान बड़ी बड़ी कथाएं बड़े बड़े सन्त गुरु सब की आँखे अन्धी हो गई है जो उन को ये बोलती दीवारे नही दिख रही।
हमारे सनातन धर्म मे देवी देवताओं की तस्वीरों का क्या महत्व है ये मुझे बताने की जरूरत नही है।
इस कड़वे सत्य के साथ की आस्था से बड़ी दीवारे हो गई है खुल्ले आम देवी देवताओं का उवहास उड़ रहा है और लोग मोन खड़े है तेरी मेरी करने में लगे है।
हो सके तो बचाइए आने वाली पीढ़ियों को नही तो कभी कोई दीवार बोल नही पाएगी इस तरह कैसे कोई सार्वजनिक जगहों पर सिर्फ इस लिए की##### ये ना करे और हमारे देवी देवताओं के चित्र लगा देते है।?
आप के साथ अपने दिल की बात रखी है जैसे मुझे गर्व है अपने ब्राह्मण होने का वैसे ही हम सब को भी गर्व है हिन्दू होने का पर ये भद्दा मजाक कोन कर रहा है कोन लोग इस तरह से देवी देवताओं के चित्र लगा रहे है आप लोग सोचियेगा जरूर।
विषय आस्था और विश्वास का है इस लिए आप को अपने दिल की बात रखी है।
ये खबर अच्छी नही है दुखी होके लिखी है क्यों की किसी आँखे खोलने के लिय कुछ पल अपनी आँखें नम करली है।
किसी भी गलती के लिए क्षमा प्रार्थी हु
गौरव तिवारी
आईडिया टीवी न्यूज
एडिटर इन चीफ