पटना: बिहार के एक मंत्री उस वक्त मंच पर भड़क गए जब उन्हें पता चला कि उनकी ही आव भगत के लिए उनके विभाग के कर्मचारियों ने रिश्वत वसूली है. मंत्री ने रिश्वत वसूल करने वाले कर्मचारी को मंच पर ही फटकार लगाई और उसे बर्खास्त करने का आदेश दिया. मंत्री बेरोजगार युवकों के बीच ऋण वितरण समारोह में पहुंचे थे.
हाजीपुर में एक कार्यक्रम में पहुंचे बिहार सरकार के अल्पसंख्यक कल्याण मंत्री मंच पर ही भड़क गए और एक कर्मचारी को फटकार लगाने लगे. मंत्री ने मंच पर ही उस कर्मचारी को बर्खास्त करने का फरमान भी सुना दिया. मंत्री गुस्से में लाल पीले होते हुए कहा कि मेरे आवभगत के नाम पर वसूली करते हो, निकालो इसको अभी का अभी बाहर करो.
दरअसल बिहार सरकार के अल्पसंख्यक कल्याण मंत्री फिरोज अहमद अल्पसंख्यक बेरोजगार युवकों के बीच ऋण वितरण समारोह में शामिल होने हाजीपुर पहुंचे थे. इसी दौरान उन्हें पता चला कि ऋण पाने वाले चयनित युवकों से मंत्री के कार्यक्रम में आव भगत के नाम पर 5-5 हजार रुपए वसूले गए हैं और नहीं देने वाले युवकों को मंत्री के कार्यक्रम में घुसने नहीं दिया गया. किसी ने फोन पर मामले की जानकारी मंत्री को दे दी.
मंच पर पहुंचते ही मंत्री ने आरोपी कर्मचारी को मंच पर बुला कर खुद के नाम पर वसूली किए जाने को लेकर फटकार लगाना शुरू कर दिया. मौके पर मौजूद अधिकारियों को तत्काल आरोपी कर्मचारी को बर्खास्त करने का आदेश सुना दिया. इस दौरान मंत्री ने अपनी सरकार की वाहवाही भी सुनाई और उपस्थित लोगों से कहा कि हमारी सरकार में घूसखोरी नहीं चलेगी और अगर कोई रिश्वत मांगे तो लोग सीधे मंत्री को बताए.
इस पूरे प्रकरण पर मंत्री फिरोज अहमद ने बात करते हुए कहा कि विभाग उसी चीज के लिए यहां पर कैम्प कर रही है कि किसी के द्वारा उगाही नहीं की जा सके. ये तो बेरोजगार नौजवान है और उनलोगों से कोई ठग ले तो ये गलत होगा. सरकार खुद चल के आई है, खुद जिलों में चल के कार्यक्रम कर रही है और उसमें कोई नौजवान वो भी जो बेरोजगार नौजवान है. बहरहाल मंत्री के मंच पर गुस्से होने वाले इस प्रकरण से योजनाओं के नाम भष्ट्राचार का एक मामला तो जरूर सामने आया लेकिन, मंत्री का गुस्सा भष्ट्राचार को कितना कम कर पाएगा, ये देखने वाली बात होगी.