नई दिल्ली: दिल्ली के परिवहन मंत्री कैलाश गहलोत ने शुक्रवार (6 अक्टूबर) को दिल्ली मेट्रो रेल के प्रबंध निदेशक मंगू सिंह को आगाह किया कि अगर वह मेट्रो किराए में प्रस्तावित वृद्धि पर आगे कदम बढ़ाते हैं तो सरकार उनके खिलाफ कार्रवाई करेगी. आम आदमी पार्टी (आप) की दिल्ली सरकार 10 अक्टूबर से मेट्रो के प्रस्तावित किराया वृद्धि का विरोध कर रही है और डीएमआरसी द्वारा साल में दूसरी बार किराया बढ़ाने के खिलाफ कमर कस चुकी है. गहलोत ने शुक्रवार को डीएमआरसी प्रमुख को संबोधित एक पत्र में कहा है कि सिंह को दिल्ली सरकार ने “डीएमआरसी की बोर्ड बैठकों में और अन्य मंचों और बैठकों में दिल्ली सरकार के दृष्टिकोण को आगे बढ़ाने के लिए” नियुक्त किया गया था.
गहलोत ने आगे कहा, “अगर किसी भी समय दिल्ली की सरकार को लगता कि उनके विचार को सही परिपेक्ष्य से नहीं रखा गया तो सरकार प्रचलित और लागू नियमों और कानूनों के मुताबिक कार्रवाई करने के लिए बाध्य होगी.” डीएमआरसी का गठन 1995 में किया गया था, जिसमें केंद्र सरकार और राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र दिल्ली की सरकार की बराबर की भागीदारी है.
पिछले सप्ताह, दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने गहलोत से कहा था कि वह एक सप्ताह के अंदर जन विरोधी किराया वृद्धि को रोकने के लिए कोई रास्ता ढूंढ़े. जिसके बाद गहलोत ने सिंह से मुलाकात की थी और कहा था कि जब तक दिल्ली सरकार इस मामले की जांच पूरी न कर ले तब तक किराया बढ़ोतरी पर रोक लगा दी जाए.
डीएमआरसी ने बढ़ोतरी के अपने फैसले का बचाव करते हुए कहा है कि इसके निवेश की लागत साल भर में बढ़ गई है, और दूसरे शहरों के समान मेट्रो किराए में वृद्धि होनी चाहिए. आम आदमी पार्टी ने चेतावनी दी है कि अगर डीएमआरसी किराए में वृद्धि पर अड़ा रहा तो पार्टी विरोध प्रदर्शन करेगी.
गुरुवार (5 अक्टूबर) को गहलोत ने मुख्य सचिव एम.एम. कुट्टी से कहा था कि वह डीएमआरसी बोर्ड पर दिल्ली सरकार के सभी नामित निदेशकों की बैठक बुलाएं. प्रस्तावित किराया वृद्धि पर चर्चा करने और उसके खिलाफ एक प्रस्ताव पारित करने के लिए सोमवार (9 अक्टूबर) को दिल्ली विधानसभा की एक बैठक होगी.