कोलकाता: भारत और श्रीलंका के बीच तीन टेस्ट मैचों की शुरुआत 16 नवंबर से कोलकाता में हो जाएगी. लेकिन भारतीय टीम इस सीरीज में उछाल वाली विकेट चाहती है, जिससे साफ है कि भारत इस सीरीज के जरिए आने वाले अफ्रीका दौरे के तैयारी करना चाहती है. इसी को लेकर भारतीय टीम प्रबंधक अगामी दक्षिण अफ्रीका दौरे के मद्देनजर श्रीलंका के खिलाफ 16 नवंबर से शुरू हो रही श्रृंखला के पहले टेस्ट मैच में तीन तेज गेंदबाजों को लेकर उतर सकती है. यह पता चला है कि टीम प्रबंधन श्रृंखला के तीनों टेस्ट मैचों के लिये ठोस और उछाल वाली विकेट (पिच) चाहता है जिस पर ज्यादा घास न हो, आमतौर पर दक्षिण अफ्रीका में ऐसे विकेट होते है. टीम प्रबंधन की बातों का ध्यान रखते हुये ईडन गार्डन के मैदानकर्मियों ने पिच से घास की परत को हटा दिया.
दक्षिण अफ्रीका में भारतीय टीम तीन तेज गेंदबाजों के साथ उतरेगी जिसमें मोहम्मद शमी और उमेश यादव मुख्य गेंदबाज हो सकते हैं. इनका साथ ईशांत शर्मा और भुवनेश्वर कुमार में कोई एक देगा. ईशांत ने इस सत्र में रणजी ट्राफी के तीन मैचों प्रभावशाली गेंदबाजी की है. ठोस विकेट पर उनकी गेंदबाजी उपयोगी हो सकती है. इसी तरह भुवनेश्वर ईडन गार्डन में काफी उपयोगी हो सकते है, क्योंकि उन्हें सुबह और शाम के सत्र में स्विंग मिल सकती है.
टेस्ट मैच में रविचंद्रन अश्विन और कुलदीप यादव भारत के दो विशेषज्ञ स्पिनर हो सकते है. अश्विन को आज गेंदबाजी के दौरान रांगउन (गुगली) का अभ्यास करता देखा गया जिसमें वह लेग-स्पिनर की तरह गेंद पकड़कर अभ्यास कर रहे थे. वहीं, दूसरी तरफ कप्तान विराट कोहली रिवर्स स्विंग गेंदबाजी के खिलाफ बल्लेबाली अभ्यास कर रहे थे. वह रिवर्स स्विंग से निपटने के लिये विशेष तरह की लाल-पीली गेंद से अभ्यास कर रहे थे। इन गेंदों को विशेष रूप से इसी के लिये तैयार किया जाता है.