बघेल ने साफ किया था कि उनके मंत्रिमंडल में वरिष्ठ और अनुभवी विधायकों को जगह दी जाएगी. यही कारण है कि पहली बार चुने गए विधायकों को इसमें जगह नहीं दी गई है.
रायपुर: छत्तीसगढ़ में मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने आज अपने मंत्रिमंडल का विस्तार किया. राज्यपाल आनंदीबेन पटेल ने आज नौ विधायकों को मंत्री पद की शपथ दिलाई. राजधानी रायपुर के पुलिस परेड मैदान में आज विधायक रविन्द्र चौबे, मोहम्मद अकबर, कवासी लखमा, जय सिंह अग्रवाल, शिव डहरिया, महिला विधायक अनिला भेड़िया, रुद्र गुरु, प्रेमसाय सिंह टेकाम और उमेश पटेल ने मंत्री पद की शपथ ली. सभी ने हिंदी में पद और गोपनीयता की शपथ ली.
राज्य में हुए विधानसभा चुनाव में जीत के बाद भूपेश बघेल ने इस महीने की 17 तारीख को मुख्यमंत्री पद की शपथ ली थी. इस दौरान पार्टी के वरिष्ठ नेता टीएस सिंहदेव और ताम्रध्वज साहू ने मंत्री पद की शपथ ली थी.
सरकार बनने के बाद मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के नए मंत्रियों को लेकर कयास लगाए जा रहे थे. हालांकि बघेल ने साफ किया था कि उनके मंत्रिमंडल में वरिष्ठ और अनुभवी विधायकों को जगह दी जाएगी. यही कारण है कि पहली बार चुने गए विधायकों को इसमें जगह नहीं दी गई है.
छत्तीसगढ़ में हुए विधानसभा चुनाव में कांग्रेस ने 90 में से 68 सीटों पर, भारतीय जनता पार्टी ने 15 सीटों पर तथा पूर्व मुख्यमंत्री अजीत जोगी की पार्टी जनता कांग्रेस छत्तीसगढ़ :जे: और बहुजन समाज पार्टी गठबंधन ने सात सीटों पर जीत हासिल की है.
मंत्रियों के शपथ ग्रहण समारोह में मुख्यमंत्री भूपेश बघेल, उनके मंत्रिमंडल के सदस्य टीएस सिंहदेव, ताम्रध्वज साहू, कांग्रेस के छत्तीसगढ़ प्रभारी पीएल पुनिया, राज्यसभा सदस्य छाया वर्मा समेत कई अन्य वरिष्ठ नेता मौजूद थे.
मंत्रियों की लिस्ट में नाम ना होने से विधायक अमितेश शुक्ला नाराज हो गए हैं. शपथ ग्रहण से पहले उन्होंने कहा, ”मुझे पता चला है कि मेरा नाम उन लोगों की लिस्ट में नहीं है जो आज मंत्री पद की शपथ ले रहे हैं. मेरा परिवार तीन पीढ़ी से नेहरू-गांधी परिवार से जुड़ा हुआ है. मुझे हमेशा उनसे न्याय की अपेक्षा है.”