सलेम: प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और तमिलनाडु के मुख्यमंत्री के. पलानीस्वामी के खिलाफ कथित अपमानजनक टिप्पणियों वाले पर्चे बांटने के सिलसिले में अन्नाद्रमुक नेता टीटीवी दिनाकरन पर सोमवार को मामला दर्ज किया गया और उनके 10 समर्थकों को गिरफ्तार कर लिया गया. दिनाकरन इन दिनों पार्टी में हाशिये पर चल रहे हैं. विनायकम नाम के व्यक्ति द्वारा दर्ज कराई गई शिकायत के आधार पर पूर्व विधायक वेंकटचलम और अन्नाद्रमुक के स्थानीय पदाधिकारी श्रवणन सहित 10 लोगों को गिरफ्तार किया गया है. इन लोगों पर आरोप लगाया गया है कि ये एक भवन के बाहर लोगों के बीच पर्चे बांटते पाए गए. उस भवन में कल पलानीस्वामी वरिष्ठ अधिकारियों के साथ एक बैठक कर रहे थे. पुलिस ने बताया कि पर्चे में प्रधानमंत्री और मुख्यमंत्री के खिलाफ अपमानजनक टिप्पणियां थी. पुलिस ने बताया कि दिनाकरन और उनके विश्ववासपात्र पी वेट्रीवेल और वी पुगाजेंती को भी मामले में आरोपी बनाया गया है. वेट्रीवेल अन्नाद्रमुक के उन 18 विधायकों में शामिल थे, जिन्हें दल – बदल रोधी कानून के तहत तमिलनाडु विधानसभा से हाल ही में अयोग्य करार दिया गया था.
राज्य पुलिस ने दिनाकरन के खिलाफ यह दूसरा मामला दर्ज किया है. सत्ता के लिए पलानीस्वामी के साथ उनकी रस्साकशी चल रही है. इससे पहले, पार्टी सांसद एवं तिरूचिरापल्ली से सांसद पी कुमार के खिलाफ कथित अपमानजनक टिप्पणी करने को लेकर दिनाकरन और तमिल अभिनेता एवं पार्टी पदाधिकारी सेंथील के खिलाफ मामला दर्ज किया गया था. गौरतलब है कि मद्रास उच्च न्यायालय की मदुरै पीठ ने तिरूचिरापल्ली पुलिस द्वारा उनकी गिरफ्तारी पर रोक लगा दी थी. अपने खिलाफ ताजा मामले पर प्रतिक्रिया जाहिर करते हुए दिनाकरण ने दावा किया कि यह इसलिए दर्ज किया गया है कि उनके प्रतिद्वंद्वी पलानीस्वामी पुलिस मंत्री हैं.
मुख्यमंत्री के पास गृह विभाग का भी प्रभार है जिसके तहत पुलिस विभाग आता है. दिनाकरन ने चेन्नई में संवाददातओं से कहा, “यह सरकार गिरने जा रही है. पलानीस्वामी पुलिस मंत्री हैं, इसलिए वे लोग ऐसी चीज कर रहे हैं…वे जो कुछ चाहते हैं उसे करने दीजिए. अन्नाद्रमुक समर्थक और लोग इन्हें घर भेजने जा रही है.”