लंदन: ब्रिटेन की सबसे पुरानी विमानन कंपनियों में से एक मोनार्क एयलाइंस ने सोमवार (2 अक्टूबर) से अपना परिचालन बंद कर दिया, जिससे हजारों यात्री फंस गए हैं. बीबीसी के मुताबिक, नागरिक उड्डयन प्राधिकरण (सीएए) ने बताया कि कंपनी की आगामी 300000 बुकिंग रद्द कर दी गई है, जिससे लगभग 750,000 लोग प्रभावित होंगे. सीएए ने बताया कि इस कदम से मोनार्क के 110,000 ग्राहक सबसे ज्यादा प्रभावित होंगे, जो विदेशों से अगले दो सप्ताह में इस एयरलाइन से यहां वापस आने वाले थे. एजेंसी ने बताया कि 30 से ज्यादा हवाईअड्डों पर 30 विमानों की आवाजाही सुनिश्चित करने के लिए सरकार के साथ मिलकर काम किया जा रहा है, ताकि विदेश में फंसे लोगों को ब्रिटेन लाया जा सके. एजेंसी के अनुसार यह ब्रिटेन में अबतक का सबसे बड़ा एयरलाइन संकट है.
सीएए के मुख्य कार्यकारी एंड्र हैंस ने बताया, “हम जानते हैं कि मोनार्क का परिचालन बंद करने का निर्णय इसके ग्राहकों और कर्मचारियों के लिए बहुत निराशाजनक है.” उन्होंने बताया कि इस परिस्थिति से निपटने के लिए सीएए ने सरकार से मोनार्क के ग्राहकों को छुट्टी समाप्त होने के बाद तत्काल विदेशों से वापस लाने के लिए प्रयास करने और इसके लिए कोई अतिरिक्त शुल्क नहीं लेने का आह्वान किया.
यातायात सचिव क्रि स ग्रेलिंग ने बताया कि इस एयरलाइन के यात्रियों को हवाईअड्डे पर नहीं आने की सलाह दी गई है. उन्होंने बीबीसी को बताया, “हमलोग पूरी कोशिश कर रहे हैं कि जो लोग कहीं भी फंसे हुए हैं, उन्हें वापस लाया जाए.” मोनार्क के दिवालियेपन की समस्या से निपटने के लिए नियुक्त अकाउंटिंग फर्म केपीएमजी ने बताया कि एयरलाइन बढ़ते वित्तीय समस्या से निपटने में सक्षम नहीं है.
केपीएमजी के पार्टनर ब्लैर निम्मो ने कहा, “लगातार बढ़ रही लागत और यूरोपीय बाजार में बढ़ती प्रतियोगिता से मोनार्क समूह को घाटा हुआ.” मोनार्क का मुख्यालय लंदन के ल्युटन हवाईअड्डे पर है और इसकी स्थापना वर्ष 1968 में हुई थी. कंपनी अपना संचालन ब्रिटेन के चार अन्य स्थानों -लंदन गेटविक, मैनचेस्टर, बर्मिघम और लीड्स ब्राडफोर्ड- से संचालन करती है और पूरे विश्व में 40 जगहों पर उड़ानें का संचालन करती है.
बीबीसी के मुताबिक, कंपनी में ब्रिटेन के लगभग 2750 कर्मचारी काम करते हैं और पिछले वर्ष कंपनी को लगभग 29100 करोड़ पाउंड का घाटा हुआ था. वहीं मोनार्क ने कहा है कि अपने कर्मचारियों को नई नौकरियां दिलाने में मदद के लिए प्रशासन, और बालपा एवं यूनाइट श्रमिक संघों के साथ मिलकर काम करेगी. कंपनी द्वारा विमानन सेवा बंद करने के फैसले के बाद सोशल मीडिया पर कई लोगों ने कंपनी की आलोचना करते हुए ट्वीट किए हैं.