भारत कमजोर होता तो डोकलाम विवाद कभी नहीं सुलझता: राजनाथ सिंह

बेंगलुरू: गृह मंत्री राजनाथ सिंह ने कहा कि भारत दुनिया का ताकतवर देश बन गया है. अगर कमजोर भारत रहता तो डोकलाम का विवाद कभी नहीं सुलझ पाता. रविवार को डोकलाम मुद्दे पर सिंह ने कहा कि भारत कमजोर नहीं, बल्कि मजबूत देश है जो पड़ोसी चीन के साथ विवादास्पद मुद्दे को हल करने की स्थिति में है. उन्होंने कहा, ‘आप जानते हैं कि भारत ने चीन के साथ डोकलाम मुद्दे का कैसे हल किया. वह भी ऐसे में, जब दुनिया भर के ज्यादातर लोग भारत- चीन संघर्ष का अनुमान लगा रहे थे.’ उन्होंने कहा, ‘यदि भारत एक कमजोर देश होता तो यह चीन के साथ डोकलाम मुद्दे का हल करने की स्थिति में नहीं होता.’ सिंह ने पाकिस्तान पर कहा कि यह पड़ोसी देश भारत में आतंकवादी भेज रहा है और भारतीय सैनिक हर रोज उनमें से कम से कम पांच – छह को मार रहे हैं.

उन्होंने कहा, ‘भारत में आतंकवादी भेज कर पाकिस्तान का हमारे देश को बांटने और कमजोर करने का नापाक मंसूबा है.’ उन्होंने कहा कि उन्होंने सीमा पर तैनात सैनिकों को पहले पाकिस्तान पर गोली चलाने को नहीं कहा है, बल्कि उनकी गोलीबारी का मुंहतोड़ जवाब देने को कहा है. सिंह ने लोगों से वर्ष 2022 तक ‘न्यू इंडिया’ बनाने का संकल्प लेने का अनुरोध किया.

एनसीबीसी विधेयक के लिए कांग्रेस को जिम्मेदार ठहराया
इससे पहले राजनाथ सिंह ने राज्यसभा में राष्ट्रीय पिछड़ा वर्ग आयोग (एनसीबीसी) विधेयक पारित करने में अड़चन आने के लिए कांग्रेस को जिम्मेदार ठहराया. कहा कि केंद्र सरकार इस विधेयक को संवैधानिक दर्जा दिलाएगी. सिंह ने यहां विश्वकर्मा समुदाय की एक रैली में कहा, ‘प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने एनसीबीसी को संवैधानिक दर्जा देने की दिशा में काम किया है लेकिन राज्यसभा में कांग्रेस के कुछ सदस्यों ने इसे पारित नहीं होने दिया.’

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उन्होंने कहा, ‘हालांकि, हमारी सरकार इस विधेयक को पारित करेगी और धरती की कोई ताकत हमे ऐसा करने से नहीं रोक सकती है.’ गौरतलब है कि लोकसभा ने अप्रैल में संविधान संशोधन (123 वां) विधेयक, 2017 पारित किया था. हालांकि, कांग्रेस ने संसद के उच्च सदन में इसके पारित होने को बाधित किया था.

सिंह ने याद दिलाया कि जब वह उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री थे तब उन्होंने पिछड़े वर्गों के लिए आतंरिक आरक्षण विधेयक पारित किया था जबकि सपा, बसपा और कांग्रेस ने विरोध किया था.

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उन्होंने दावा किया कि कर्नाटक में पिछड़े वर्गों को यहां तक कि 30 फीसदी आरक्षण दिया गया है, पर इस श्रेणी में मुट्ठी भर लोगों को ही सरकारी योजनाओं का लाभ मिला है. पिछली कांग्रेस नीत संप्रग सरकार को आड़े हाथ लेते हुए गृह मंत्री ने आरोप लगाया कि इसने विजय माल्या जैसे लोगों को बैंक रिण के तौर पर करोड़ों रुपए दिए लेकिन गरीबों को नहीं दिया.

उन्होंने कहा कि मौजूदा सरकार ने काफी संख्या में गरीब लोगों को लाभान्वित करने के लिए मुद्रा योजना लागू की.

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