भारत के पूर्व कप्तान मोहम्मद अजहरुद्दीन ने एमएस धोनी के संन्यास पर कहा कि चयनकर्ताओं और धाेनी के बीच संवाद अहम होगा. एक खिलाड़ी खेलना चाहता है, लेकिन यहां पर चयनकर्ताओं को बात करनी होगी कि वह कब तक और कैसे खेलेंगे, क्या होगा.
वर्ल्ड कप में न्यूजीलैंड के हाथों सेमीफाइनल में मिली हार के बाद से धोनी के संन्यास लेने की अटकलें तेज हो गई हो थी. माना जा रहा था कि इंग्लैंड से वापस आते ही वह कोई घोषणा करेंगे, लेकिन ऐसा नहीं हुआ. हालांकि वेस्टइंडीज दौरे पर धोनी ने खुद को अनुपलब्ध रखा है, जिससे यह अटकलें चल ही रही हैं.
धोनी के संन्यास पर अजहरुद्दीन से पूछे जाने पर उन्होंने कहा कि बड़े खिलाड़ी के मामले में उसे विश्वास में लेना चाहिए और बात करनी चाहिए. उसके बाद ही कोई फैसला आएगा. नहीं तो उसके संन्यास लेने और न लेने की चर्चा चलती ही रहेंगी.
आराम के बाद कोई फैसला
वर्ल्ड कप में धीमी बल्लेबाजी को लेकर धोनी की काफी आलोचनाएं भी हुई थी. वहीं पूर्व भारतीय कप्तान का मानना है कि अगर उनके अंदर इच्दाशक्ति है और पूरी तरह से फिट हैं तो ही इंटरनेशनल क्रिकेट में खेलना जारी रखना चाहिए.
उन्होंने कहा कि कभी कभार यह भी होता है कि इतना अधिक खेलने के बाद रूचि खत्म सी होने लग जाती है, लेकिन अगर उनकी रूचि है तो उन्हें खेलना चाहिए. अजहर ने कहा कि धोनी जब भी करेंगे, सही फैसला ही लेंगे. उन्होंने अभी दो माह का आराम लिया है और शायद इसके बाद वह बताए कि वह क्या करेंगे.