वाशिंग मशीन, एसी और फ्रिज जैसे घरेलू उपयोग के सामान की कीमत अगले महीने से तीन से पांच फीसदी तक बढ़ सकती है। सूत्रों के मुताबिक कंपनियां कच्चे माल की कीमत बढ़ने की वजह से इन उत्पादों के दाम बढ़ाने की तैयारी में हैं।
उद्योग से जुड़े सूत्रों ने कहा कि जनवरी से अब तक कई तरह के कच्चे माल की कीमत 30 से 50 फीसदी तक बढ़ चुकी है। इस्पात की कीमत 40 फीसदी, तांबा की कीमत 50 फीसदी और फ्रिज के लिए फोम बनाने के काम आने वाले रसायनिक पदार्थ की कीमत करीब दोगुना बढ़ चुकी है। उद्योग विशेषज्ञों का कहना है कि खासकर फ्रिज के निर्माण में इन तीन उत्पादों की हिस्सेदारी 70 फीसदी तक होती है। इससे लागत करीब पांच से छह फीसदी तक बढ़ जाएगी। हालांकि, बाजार के सुस्त माहौल को देखते हुए कंपनियां पूरी लागत का बोझ उपभोक्ताओं पर डालने की स्थिति में नहीं हैं। घरेलू उपभोक्ता उत्पादन बनाने वाली एक शीर्ष कंपनी के सूत्र ने कहा कि खरीदारों पर तीन से पाचं फीसदी तक का बोझ कंपनियां डाल सकती हैं और बाकी वह खुद उठाएंगी।
बाजार के जानकारों का कहना है कि कंपनियां अगले माह यानी नवंबर से कीमतें बढ़ाना चाहती हैं। लेकिन उनके लिए ऐसा करना मुश्किल लग रहा है। उनका कहना है कि डीलर त्योहारों के दौरान पड़े स्टॉक को पहले बेचकर निकालना चाहते हैं और उसके बाद ही वह नए माल को लेने की स्थिति में होंगे। ऐसे में कंपनियां दिसंबर से इनकी कीमतें बढ़ा सकती हैं।