जेएनयू (JNU) की पूर्व छात्रा और कश्मीरी नेता शेहला रशीद (Shehla Rashid) पर दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल ने देशद्रोह का मुकदमा दर्ज किया है। शेहला पर यह गंभीर आरोप है कि उसने भारतीय सेना कि खिलाफ झूठी खबर फैलाई है। पुलिस ने शुक्रवार को कहा कि इन ट्वीट में उन्होंने आरोप लगाया था कि जम्मू-कश्मीर का विशेष दर्जा वापस लिए जाने के बाद सशस्त्र बलों ने घाटी में आम नागरिकों को ”प्रताड़ित” किया और घरों में “तोड़फोड़” की।
पुलिस ने बताया कि उन पर “भारतीय सेना की छवि धूमिल” करने की मंशा से “फर्जी खबरें” फैलाने का भी आरोप लगाया गया है।
रशीद ने 17 अगस्त को एक के बाद एक कई ट्वीट कर आरोप लगाया कि कश्मीर में सशस्त्र बल रात में घरों में घुसे और उनमें “तोड़फोड़” की। साथ ही उन्होंने आरोप लगाया था कि चार लोगों को शोपियां में सैन्य शिविर में बुलाया गया और उनसे “पूछताछ (प्रताड़ना) की गई।”
Delhi Police today filed an FIR on criminal complaint by Supreme Court lawyer Alakh Alok Srivastav. The complaint had sought the arrest of activist Shehla Rashid for allegedly spreading fake news against Indian Army. pic.twitter.com/evhf5Bgb9Q
— ANI (@ANI) September 6, 2019
बाद में, उच्चतम न्यायालय के अधिवक्ता अलख आलोक श्रीवास्तव ने दिल्ली पुलिस आयुक्त अमूल्य पटनायक के पास यह कहते हुए शिकायत दर्ज कराई कि जेएनयू की पूर्व छात्र नेता के आरोप “पूरी तरह गलत और मनगढ़ंत” हैं।
पुलिस ने कहा कि शिकायत मिलने के बाद इसे जांच के लिए दिल्ली पुलिस के विशेष प्रकोष्ठ को सौंप दिया गया। रशीद पर भारतीय दंड संहिता (भादंसं) की धारा 124ए (राजद्रोह) के तहत मामला दर्ज किया गया है। पुलिस ने बताया कि यह मामला तीन सितंबर को दर्ज किया गया।