मनीला: पीएम नरेंद्र मोदी ने फिलीपींस बिजनेस और निवेश समिट में बोलते हुए कहा कि भारत में अभूतपूर्व ढंग से बदलाव हो रहा है. हम देश में पारदर्शी, सहज और प्रभावी शासन के लिए रात-दिन काम कर रहे हैं. इससे पहले आसियान शिखर सम्मेलन के इतर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने सोमवार को द्विपक्षीय वार्ता की और इस दौरान उन्होंने रक्षा, सुरक्षा समेत कई अहम मुद्दों पर चर्चा की.
भारत, अमेरिका, जापान और ऑस्ट्रेलिया के अधिकारियों के बीच सामरिक महत्व के भारत-प्रशांत क्षेत्र को मुक्त, खुला और समावेशी रखने के लिये चतुर्भुज गठबंधन को आकार देने के उद्देश्य से रविवार को हुई बैठक के बाद दोनों नेताओं के बीच सोमवार को फिलीपींस की राजधानी में यह बैठक हुई. माना जाता है कि दोनों नेताओं ने परस्पर हितों के कई अन्य मुद्दों के साथ ही क्षेत्र में सुरक्षा परिदृश्यों पर चर्चा की. इसके साथ ही द्विपक्षीय व्यापार को बढ़ाने को लेकर भी दोनों नेताओं के बीच चर्चा हुई.
Task of transforming India is proceeding at an unprecedented scale. We are working day and night towards easy, effective and transparent governance: PM Modi pic.twitter.com/XKxwKIyrdD
— ANI (@ANI) November 13, 2017
दक्षिण चीन सागर में चीन की बढ़ती आक्रामकता की पृष्ठभूमि में चतुर्भुज गठबंधन की पहल की गयी है. सामरिक महत्व के एशिया प्रशांत क्षेत्र में अमेरिका भारत के लिये बड़ी भूमिका की वकालत कर रहा है. अमेरिकी राष्ट्रपति ट्रंप द्वारा ‘हिंद प्रशांत’ शब्द के इस्तेमाल से इस आशंका को बल मिला कि इसका इस बात से लेना हो सकता है कि वाशिंगटन चीन को जवाब देने के लिये दरअसल अमेरिका, जापान, ऑस्ट्रेलिया और भारत के तथा कथित चतुर्भुज सामरिक गठबंधन की भूमिका की तैयारी कर रहा है.
ट्रंप ने शनिवार को भारत की ‘अद्भुत’ वृद्धि की तारीफ करने के साथ ही प्रधानमंत्री मोदी की भी प्रशंसा करते हुये कहा था कि वह इस विशाल देश और उसके लोगों को साथ लाने के लिये सफलतापूर्वक काम कर रहे हैं. वियतनाम के दानांग शहर में एशिया प्रशांत आर्थिक सहयोग (एपेक) के वार्षिक शिखर सम्मेलन से इतर सीईओ के एक समूह को संबोधित करते हुये ट्रंप ने कहा था कि भारत एशिया प्रशांत के क्षेत्र में एक ऐसा देश है जो प्रगति कर रहा है.
अमेरिकी राष्ट्रपति ट्रंप द्वारा ‘हिंद प्रशांत’ शब्द के इस्तेमाल से इस आशंका को बल मिला कि वाशिंगटन, चीन को जवाब देने के लिये दरअसल अमेरिका, जापान, ऑस्ट्रेलिया और भारत के तथा कथित चतुर्भुज सामरिक गठबंधन की भूमिका की तैयारी कर रहा है. ट्रंप ने शनिवार को भारत की ‘अद्भुत’ वृद्धि की तारीफ करने के साथ ही प्रधानमंत्री मोदी की भी प्रशंसा करते हुये कहा था कि वह इस विशाल देश और उसके लोगों को साथ लाने के लिये सफलतापूर्वक काम कर रहे हैं. वियतनाम के दानांग शहर में एशिया प्रशांत आर्थिक सहयोग (एपेक) के वार्षिक शिखर सम्मेलन से इतर सीईओ के एक समूह को संबोधित करते हुये ट्रंप ने कहा था कि भारत एशिया प्रशांत के क्षेत्र में एक ऐसा देश है जो प्रगति कर रहा है.
मनीला में 31वें आसियान शिखर सम्मेलन का आयोजन किया जा रहा है. आसियान समूह अपनी स्थापना की 50वीं वर्षगांठ भी मना रहा है. इससे पहले रविवार रात्रिभोज के दौरान दोनों नेता बड़े ही गर्मजोशी के साथ मिले, लेकिन यह मुलाकात बहुत छोटी और औपचारिक मात्र रही.
इससे पहले सोमवार की सुबह से ही प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का व्यस्त कार्यक्रम शुरू हो गया. सबसे पहले वे अंतर्राष्ट्रीय धान अनुसंधान संस्थान (IRRI) पहुंचे. यहां उन्होंने चावल की एक फील्ड प्रयोगशाला का उद्घाटन किया. IRRI लोस बानोस में स्थित है और चावल क्रांति में केंद्र का अहम रोल है. इसका एक केंद्र प्रधानमंत्री के संसदीय क्षेत्र वाराणसी में भी खोला जाएगा. केंद्र सरकार ने इसकी मंजूरी भी दे दी है.