रायपुर: छत्तीसगढ़ के नक्सल प्रभावित दंतेवाड़ा जिले में सिपाही ने साहस का परिचय देते हुए नक्सलियों से पिस्टल छीनकर जवाबी कार्रवाई की जिसके बाद नक्सली फरार हो गए. दंतेवाड़ा जिले के पुलिस अधिकारियों ने मीडिया को इसकी जानकारी देते हुए बताया कि जिले के कुआकोंडा थाना क्षेत्र के अंतर्गत हितवार गांव में नक्सलियों ने आरक्षक भीमाराम कुंजाम पर हमला कर दिया. लेकिन आरक्षक घबराया नहीं और उसने सूझबूझ व साहस का परिचय देते हुए नक्सलियों से पिस्टल छीन उन पर जवाबी हमला कर दिया.
अधिकारियों ने बताया कि ये सब तब हुआ जब आरक्षक भीमाराम कुंजाम नक्सलियों की जानकारी लेने के लिए हितवार गांव गए थे. जब वह गांव में थे तब पांच माओवादियों ने ग्रामीणों की वेशभूषा में कुंजाम पर हमला कर दिया.
उन्होंने बताया कि नक्सलियों के अचानक हमले के बाद भीमाराम ने माओवादियों का सामना किया और उनके कब्जे से नौ एमएम की एक पिस्टल छीन ली और बाद में उसी पिस्टल से कुंजाम ने जवाबी कार्रवाई कर दी. कुंजाम की कार्रवाई के बाद नक्सली वहां से फरार हो गए.
अधिकारियों ने बताया कि 28 फरवरी वर्ष 2014 को कुआकोंडा थाना क्षेत्र के अंतर्गत श्यामगिरी घाटी में माओवादियों ने पुलिस दल पर हमला कर दिया था. इस हमले में उप निरीक्षक विवेक शुक्ला शहीद हो गए थे. इस दौरान नक्सलियों ने उनसे उनकी पिस्टल लूट ली थी. कुंजाम पर हमले के दौरान नक्सलियों जिस पिस्टल का इस्तेमाल किया था वह शुक्ला की ही पिस्टल है.
पुलिस अधिकारियों ने बताया कि दंतेवाड़ा जिले के पुलिस अधीक्षक कमलोचन कश्यप ने कुंजाम को 10 हजार रुपए नगद पुरस्कार दिया है.