यूपी एटीएस ने छह माह की मशक्कत के बाद आईएस से जुड़े संदिग्ध अबू जैद को मुंबई एयरपोर्ट से गिरफ्तार कर लिया। अबू के खिलाफ एटीएस ने लुकआउट नोटिस जारी कराया था। शनिवार की रात जैसे ही वह रियाद से मुंबई एयरपोर्ट पहुंचा, उसे गिरफ्तार कर लिया। उसे मुंबई की किला कोर्ट में पेश किया गया, जहां से उसे दो दिन की ट्रांजिट रिमांड पर लखनऊ भेज दिया गया है। अबू आजमगढ़ के गंभीरपुर के पश्चिम मोहल्ला छाऊ का रहने वाला है। अबू जैद संगठन को आतंकी घटनाओं के लिए उकसाने का काम करता था।
ऐप के जरिए युवाओं को जोड़ता था आईएस से: आईजी एटीएस असीम अरुण ने बताया कि अबू जैद चार साथियों की गिरफ्तारी के बाद ऐप के जरिए युवाओं को आईएस से जोड़ता था। अबू जैद को रिमांड पर लेने के बाद उससे पूछा जाएगा कि कौन-कौन उससे जुड़े हैं। वह आईएस में किसके संपर्क में था। फंडिंग कहां से हो रही थी। वह रियाद में कहां नौकरी कर रहा था। कब से सऊदी अरब में रह रहा था।
चार राज्यों की पुलिस के पास हैं सबूत
आईजी एटीएस का कहना है कि अबू जैद और उसके गिरफ्तार चार साथियों के खिलाफ यूपी एटीएस, पंजाब, मुंबई और बिहार पुलिस के पास इन लोगों की मोबाइल चैट, आतंकी साजिश की तैयारी और आईएस के पक्ष में खिलाफत की पैरवी जैसे कई प्रमाण हैं।
अप्रैल में पकड़े गए थे चारों आतंकी
एडीजी एलओ आनन्द कुमार ने बताया कि 20 अप्रैल 2017 को यूपी एटीएस ने पंजाब, बिहार और मुंबई पुलिस की मदद से चार संदिग्ध उमर उर्फ़ नाजिम, गाजी बाबा उर्फ़ मुजम्मिल, मुफ़्ती उर्फ़ फैजान तथा ज़कवान उर्फ़ एहतेशाम को गिरफ्तार किया था। मुफ्ती बिजनौर से गिरफ्तार हुआ था। इन चारों से पूछताछ और इनकी इंटरनेट से जुड़ी चैटिंग की पड़ताल से अबू जैद का खुलासा हुआ था। ये सभी संदिग्ध् आतंकी एक ऐप के जरिए आपस में बात करते थे। लोगों को आतंकी वारदात की तैयारी करते थे।