नई दिल्ली: जमात उद दावा प्रमुख हाफिज सईद की रिहाई को लेकर राहुल गांधी द्वारा प्रधानमंत्री पर निशाना साधने पर बीजेपी ने तीखी प्रतिक्रिया व्यक्त की है. बीजेपी ने शनिवार को कहा कि कांग्रेस करप्शन के कारीगरों का कुल्हड़ बन गई है जिसके छह दशक के शासन में अल्पसंख्यक तुष्टीकरण के नाम पर आतंकी संगठनों के प्रति नरमी दिखाई गई है और ‘भगवा आंतक’ जैसे शब्द गढ़े गए. भाजपा ने कहा कि कांग्रेस पार्टी और राहुल गांधी ने बार बार भारत विरोधी तत्वों को बढ़ावा देकर देश को धोखा देने का काम किया है.
केंद्रीय मंत्री मुख्तार अब्बास नकवी ने से कहा कि कांग्रेस जब सरकार में थी तब हर दिन हिट विकेट होती थी और अब वह विपक्ष में हर बाल पर ‘नो बॉल’ हो रही है. राहुल गांधी न तो राष्ट्रीय मुद्दे पर गंभीर है और न ही अंतरराष्ट्रीय मुद्दों पर संवेदनशील हैं. उनके जिस तरह के बयान आ रहे हैं, वह खुद ही कांग्रेस के बचे खुचे सूपड़े को साफ करने के लिए काफी हैं.
भाजपा प्रवक्ता जी वी एन नरसिंह राव ने कहा कि देश के साथ खड़े होने की बजाए आतंकवादियों की बात करना आपकी (कांग्रेस) आदत बन गई है. यह इशरत जहां मामले में हलफनामा बदलने से स्पष्ट होता है जो लश्कर से जुड़ी थी और नरेन्द्र मोदी की हत्या के प्रयास में शामिल थी . कांग्रेस सरकार के मंत्री सुशील कुमार शिंदे, पी चिदंबरम और उनके नेता भगवा आतंक, हिन्दू आतंक, हाफिज साहब, ओसामाजी जैसे शब्दों एवं संबोधनों का प्रयोग करते रहे हैं .
उन्होंने आरोप लगाया कि मनमोहन सिंह की संप्रग सरकार के समय पाकिस्तान को एक पीड़ित देश के रूप में देखा गया और उसे हल्के में छोड़ दिया गया . जबकि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने आतंकवाद के मामले में संयुक्त राष्ट्र, जी 20, ब्रिक्स, आसियान जैसे अंतरराष्ट्रीय मंचों पर घेरने का काम किया . कांग्रेस ने सर्जिकल स्ट्राइक पर सवाल उठाया और उसके कुछ नेताओं ने सेना प्रमुख पर निशाना साधने का काम किया .
उल्लेखनीय है कि कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी ने हाफिज को रिहा करने को लेकर प्रधानमंत्री मोदी पर हमला बोला. उन्होंने ट्वीट कर कहा, ‘‘नरेंद्रभाई, बात नहीं बनी. आतंकवाद का षड्यंत्रकर्ता रिहा हो गया है.(अमेरिका के) राष्ट्रपति (डोनाल्ड) ट्रम्प ने पाक सैन्य वित्त पोषण को एलईटी (लश्करे तैयबा)से अलग कर दिया है. हगप्लोमेसी (गले लगाकर कूटनीति करना) विफल रही. और गले लगाने की फौरन जरूरत है. ’’
कांग्रेस उपाध्यक्ष ने कहा, ‘‘राफेल भारतीय वायुसेना, राष्ट्रीय सुरक्षा, शहीदों से जुड़ा मुद्दा है. मोदी जी को देश और गुजरात के लोगों के सामने इन सवालों का जवाब देना होगा.’’ अमेठी से सांसद राहुल ने कहा कि मीडिया के लोगों ने उनसे बहुत से सवाल पूछे, लेकिन उन्होंने राफेल और जय शाह मुद्दों पर प्रधानमंत्री से नहीं पूछा.
राहुल ने कहा, ‘‘मोदी जी गुजरात के कई दौरे करेंगे. संवाददाता मुझसे बहुत से सवाल पूछते हैं. आप राफेल सौदे और जय शाह मुद्दे पर मोदी से क्यों नहीं पूछते? मोदी जी जब गुजरात आएं तो लोगों को उनसे राफेल और जय शाह मुद्दे पर पूछना चाहिए.’’ प्रधानमंत्री का अगले सप्ताह गुजरात में कई चुनावी रैलियों को संबोधित करने का कार्यक्रम है.
गुजरात में विधानसभा की 182 सीट हैं जहां दो चरणों में नौ और 14 दिसंबर को मतदान होगा. राहुल ने आरोप लगाया, ‘‘आम तौर पर संसद का (शीतकालीन सत्र) हर साल नवंबर में होता है और लोकसभा तथा राज्यसभा में (महत्वपूर्ण मुद्दों पर) चर्चा होती है. लेकिन दो कारणों के चलते संसद सत्र इस बार गुजरात चुनाव के बाद होगा.’’ उन्होंने कहा, ‘‘पहले, (भाजपा प्रमुख) अमित शाह के बेटे (जय) ने तीन महीनों में 50 हजार रुपये को 80 करोड़ रुपये में तब्दील किया. दूसरा, अधिक महत्वपूर्ण कारण, राफेल सौदा है.’’ भाजपा इन सभी आरोपों को नकारती रही है.