रमेश भाई जोशी जी की कलम से : गुजरात के चुनाव और परिणाम मे अब एक महिना भी नहीं रहा । इस बार के चुनाव से कांग्रेस को बड़ी आस है । वजह आसान सी है ।
इस बार कांग्रेस के बनने वाले राष्ट्रीय अध्यक्ष राहुल जी ने दिनरात देखे बीना प्रचार अभियान चलाया है । हिंदुत्व के प्रभाव मे मंदिर मंदिर दर्शन किए । शायद हिंदुओ के मत मिल जाए जो कांग्रेस का 22 साल का राजनीतिक वनवास समाप्त कर दे ।
तीन युवा चेहरे कांग्रेस के साथ आये है जो भाजप सरकार विरुद्ध आंदोलन करते रहे । भाजप का उधार अपना जमा ऐसा सोच के कांग्रेस खुश है मगर शायद ‘ गरज मिटते बैद बेरी ।’ कहावत तीनो युवा को याद रखनी चाहिए ।
बात टिकट बंटवारे की है । शायद हार्दिक ने सोचा होगा की कांग्रेस बहोत कुछ मुझे विश्वास मे ले के करेगी मगर राजनीति मे सोचते है कुछ होता है कुछ और । टिकट कम मिले और युवा तुफानी हो गया । मारपीट और पुलिस शिकायत । नतीजा कांग्रेस को हानि भाजप को लाभ ।
हार्दिक की सीडी बहार आई । कौन सच्चा कौन जूठा ? राजनीति का अनलिखा नियम हे प्रतिस्पर्धी को मारना मगर मार डालना नहीं । जैसा भी है हार्दिक पाटीदार समाज के कुछ हिस्से का नेतृत्व कर रहा है । रही सीडी की बात । अगर फिल्म का रहस्य जाहिर हो जाए तो फिल्म कोई न देखे और बाक्स आफिस पर असफल । शायद सच बहार नहीं आए इसी मे सब फायदेमंद रहेंगे ।
हार्दिक का सीडी का संजय जोशी कांड से तुलना करना खुद को बचाना… पाक-साफ दिखाना और विरोधीओ को मलिन दिखाना… दुखती नस को दबाने जैसा है । आज के बन गए नेताओ की तकलीफ यही है की खुद के बचाव मे किसी उदाहरण ले आयेंगे ।
अगर हार्दिक कांग्रेस का हाथ और साथ छोड़ दे तो ? सगाई हुई, मगर शादी से पहले तलाक । अभी तो कांग्रेस को हार्दिक को शांत रखना प्राथमिकता है और शायद पतली बहुमती आने पर मित्रता बढ भी जाए । एक बात है । बोलते है कभी कुत्ता मत पालो । खुश होवे तो मुंह चाटे और बिगड़े तो काट ले ।
यह सब चुनावी पुलाव है क्यो की भाजप ने ऐसा बडा कुछ गलत नहीं किया की भाजप हार जाए । पेट्रोल- डीजल की कीमत बढाए रखना, नोटबंदी और जी एस टी ने लोगो को निराश किया है फिर भी मतदान के समय माफ कर देंगे ऐसा लगता है ।
गुजरात मे पाटीदार जैसा कोई नहीं । खेती, उद्योग और नौकरशाही सभी क्षेत्र मे आगे ही आगे । ब्राहमण, राजपूत या कोई समाज भी पाटीदार जैसा नहीं । ठाकोर और कोली की बस्ती पाटीदार से ज्यादा है मगर राजनीति और सभी क्षेत्र मे पाटीदार सभी से बहुत आगे है । केशुभाई और आनंदी बहन दो पटेल मुख्य मंत्री भाजप ने ही दिए है । पाटीदारो को पता है की उन का उज्ज्वल भविष्य भाजप मे ही है नहीं अन्यत्र ।
बात पूरी एक भविष्य की बात करता हूँ । अगर कांग्रेस सत्ता मे आई तो 25 साल का होते ही हार्दिक के चुनाव लड कर विधायक और मंत्री बनने की पूरी संभावना ।
गांधी नगर अहमदाबाद :-वरिष्ठ लेखक व समाज सेवी रमेश भाई जोशी जी की कलम से