भारतीय टीम के गेंदबाज मो. शमी ने अपने कप्तान विराट कोहली की घरेलू सीरीज में रोटेशन पॉलिसी का समर्थन किया है. उन्होंने कहा है कि इससे उनकी तरह के खिलाड़ियों को अपने आप को लंबी अवधि के लिए तरोताजा रखने का पर्याप्त समय मिलता है.
शमी ने कहा, ‘मैं पूरी तरह से कोहली की रोटेशन पॉलिसी का समर्थन करता हूं. इससे मुझे जैसे खिलाड़ियों को सिर्फ टेस्ट ही नहीं, बाकी के प्रारूपों के लिए भी रेस्ट करने का मौका मिलता है.’
श्रीलंका के खिलाफ खेली जाने वाली टेस्ट सीरीज में रविचंद्रन अश्विन और रवींद्र जडेजा जैसे खिलाड़ियों की वापसी हुई, जिन्हें न्यूजीलैंड के खिलाफ खेली जाने वाली टी-20 सीरीज में नहीं चुना गया. शमी ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ खेली गई सीरीज में टीम का हिस्सा थे.
हालांकि उन्होंने इस सीरीज में सिर्फ एक मैच बेंगलुरू में खेला था. इस मैच में वह महंगे साबित हुए थे और एक भी विकेट नहीं ले पाए थे. शमी और उमेश यादव दोनों टेस्ट क्रिकेट ज्यादा खेलते हैं, जबकि भुवनेश्वर कुमार और जसप्रीत बुमराह वनडे में टीम की पहली पसंद हैं.