पत्नी की बेवफाई से तंग एक युवक ने पहले तीन दर्दभरे सुसाइट नोट लिखे। फिर फांसी के फंदे पर झूल गया। नोट और एक दीवार पर युवक ने कुछ ऐसा लिखा जिससे सभी के पैरों तले जमीन खिसक गई। जानिए पूरा मामला…
घटना उत्तर प्रदेश के शाहजहांपुर जिले का है। निगोही में पत्नी की बेवफाई से तंग आकर गांव बिछौली निवासी 30 वर्षीय शेरबहादुर ने शनिवार रात केबिल से गले में फांसी का फंदा कसकर घर के आंगन में पड़े लोहे के जाल से लटक कर आत्महत्या कर ली। उसने सुसाइड नोट में पत्नी की बेवफाई का जिक्र किया है।
पुलिस ने बताया कि शेरबहादुर ने पत्नी सीमा को दो बच्चे होने के बाद छोड़कर उसकी छोटी बहन लक्ष्मी से आठ साल पहले शादी कर ली थी। लक्ष्मी से भी उसके तीन बेटे पियूष, मुस्कान, रॉकी हैं।
एक सप्ताह पहले उसका लक्ष्मी से विवाद हो गया था। लक्ष्मी ने शेरबहादुर के खिलाफ थाने में रिपोर्ट दर्ज करा दी। पुलिस ने 181 महिला हेल्प लाइन की गाड़ी से उसे बच्चों के साथ उसके मायके जाटपुरा निगोही में छुड़वा दिया।
बताते हैं कि इसके बाद उसने पत्नी को बुलाने की कोशिश की, लेकिन लक्ष्मी नहीं आई। रविवार रात घर में अकेले मौजूद शेरबहादुर ने बिजली के केबिल से गले में फंदा कसा और घर के आंगन में छत पर पड़े लोहे के जाल से लटक गया।
मृतक का मुंह देखने को लेकर सास-बहू भिड़ी
दूसरे मकान में छोटे बेटे अजय के साथ रह रही मां उर्मिला रविवार सुबह लगभग छह बजे शेरबहादुर को चाय देने गई तो वह फांसी के फंदे पर झूल रहा था। बेटे को इस हाल में देख उसकी चीख निकल गई।
शोर सुनकर आसपास के लोग भी आ गए। मामले की सूचना पुलिस को दी गई। सूचना पर पहुंची पुलिस ने शव को उतरवाया। पुलिस ने मौके से सुसाइड नोट भी बरामद किया। इसमें उसने लिखा है कि उसकी पत्नी लक्ष्मी उसे दिल से चाहती है। उसी के साथ रह कर खुश रहे।
दूसरे सुसाइड नोट में लिखा है कि मेरे मरने के बाद लक्ष्मी से पूछना, क्या शेरबहादुर ने लक्ष्मी को चाकू से मारा है। मेरी आत्मा माफ नहीं करेगी। मेरा मुंह लक्ष्मी को मत दिखाना। तीसरे सुसाइड नोट में सुबह पांच बजे लिखा।
शेरबहादुर की मृत्यु की सूचना पत्नी लक्ष्मी निगोही थाने पहुंची और पति की हत्या का आरोप लगाना शुरू कर दिया। वह पुलिस के साथ अपनी ससुराल बिछौली पहुंची और शेरबहादुर को देखना चाहा, लेकिन मां उर्मिला ने लक्ष्मी को शेरबहादुर का चेहरा देखने से रोक दिया और बोली यहां क्यों आई हो, यह तेरा कौन है।
लक्ष्मी को नहीं दिखाना मेरा मुंह
जो तेरा है उसी के पास जा। मेरा बेटा खा लिया। शनिवार को शाम बेटे ने फोन पर घर आने के लिए कहा था। तब तूने साफ कहा था कि तेरे साथ नहीं रहूंगी, तलाक लूंगी। तुमने बेटे के खिलाफ झूठा मुकदमा भी लिखवाया।
इस पर लक्ष्मी बोली मेरे पति शेरबहादुर की हत्या कर दी है। छोड़ूंगी नही। सबको जेल भिजवाऊंगी। सास उर्मिला व बहू लक्ष्मी के बीच गुत्थम-गुत्था होने लगी। पुलिस ने दोनों को बचाया। बमुश्किल लक्ष्मी अपने पति शेरबहादुर का मुंह देख पाई।
मृतक शेरबहादुर ने मकान की दीवार पर लिखा है कि इसने जिसके प्रति इतना बड़ा कदम उठाया है, उसी आदमी के सहारे अपनी सारी जिंदगी बिताए। बस इतना ही कहना है। सबसे मेरी राम-राम।
इसके अलावा दीवार पर दूसरी जगह लिखा है कि सारे लोग लक्ष्मी से पूछना कि हमने इसके चाकू मारा। इसे मेरी आत्मा कभी माफ नहीं करेगी, लेकिन आखिरी इच्छा है कि लक्ष्मी को हमारा मुंह नहीं दिखाना।
थानाध्यक्ष स्वामीनाथ ने कहा कि सूचना पर मृतक शेरबहादुर के शव को पीएम के लिए भेजा है। पीएम रिपोर्ट के आधार पर रिपोर्ट दर्ज कर कार्रवाई की जाएगी।