गुजरात को ‘विकास’ पसंद है और राहुल को ‘मजाक’

राफेल सौदे को लेकर वित्तमंत्री अरुण जेटली ने कांग्रेस पर जबरदस्त पलटवार किया है. उन्होंने कहा कि आखिर कांग्रेस को गुजरात चुनाव के समय ही क्यों ढाई साल पहले की गई डील याद आ रही है. कांग्रेस पर निशाना साधते हुए उन्होंने कहा कि इस बार चुनाव में विपक्ष ने कई बार रंग बदला है. चुनाव शुरू होते ही विकास विरोधी कांग्रेस अब विकास का ही मजाक उड़ाने लगी है. उन्होंने कहा कि यह कांग्रेस का तरीका है. बीजेपी का मानना है कि इस तरह चुनाव अभियान सफल नहीं हो सकता है. दरअसल, कांग्रेस उपाध्यक्ष ने राफेल डील को लेकर सवाल उठाए थे.

वित्तमंत्री ने कहा कि देश और गुजरात की जनता को एक अच्छे भविष्य की उम्मीद है. हम अपनी पार्टी के साथ मजबूती के साथ खड़े हैं. उन्होंने कहा कि इस चुनाव को जीतने के लिए कांग्रेस ने समाज को बांटने की कोशिश की. इसके चलते कांग्रेस ऐसी ताकतों की मोहताज हो गई, जो राज्य में सिर्फ अराजकता फैला सकती हैं. उन्होंने कहा कि गुजरात ऐसी अराजकता से पहले ही भुगत चुका है. लिहाजा सूबे की जनता के उस दिशा में जाने का सवाल ही नहीं उठता. उन्होंने कहा कि अराजकता से निकल चुके गुजरात को विकास पसंद है. अब यह विकास पसंद राज्य बन चुका है. यह चुनाव सुशासन और अराजकता के बीच लड़ा जा रहा है.

कांग्रेस नेतृत्व भटक चुका है रास्ता

अरुण जेटली ने कहा कि कांग्रेस का चुनाव अराजकता वाला है. कांग्रेस नेतृत्व रास्ता भटक चुका है और कल्पनाओं में जी रहा है. यही वजह है कि कांग्रेस के नेता गुजरात में 17,000 स्कूल कम होने की ख्याली बातें कर रहे हैं. इस दौरान उन्होंने कांग्रेस के उन आरोपों को खारिज कर दिया, जिसमें पार्टी ने कहा था कि बीजेपी सरकार ने उद्योगपतियों के एक लाख 35 हजार करोड़ रुपये माफ कर दिए हैं. वित्तमंत्री ने कहा कि कांग्रेस इस बात का सबूत दे कि सरकार ने उद्योगपतियों के एक लाख 35 हजार करोड़ रुपये के कर्ज माफ कर दिए हैं. कांग्रेस नेतृत्व को ऐसे गलत तथ्य रखते हुए शोभा नहीं देता है.

यूपीए सरकार ने लटका रखा था राफेल डील

जेटली ने कहा कि यूपीए सरकार के दौरान राफेल डील पूरी नहीं हो सकी, जो इस बात का सबूत है कि पूर्ववर्ती सरकार नॉन परफॉर्मिंग सरकार थी. इससे भारतीय वायुसेना की आक्रामक क्षमता कमजोर हो रही थी. भारतीय वायुसेना को इसकी सख्त जरूरत है. लिहाजा हमने यह डील जल्द की. उन्होंने कहा कि  अब यह समझ में नहीं आ रहा है कि राफेल डील को ढाई साल हो चुके हैं, लेकिन इस अवधि के दौरान कांग्रेस ने इस पर सवाल क्यों नहीं उठाए? गुजरात चुनाव में अब कैसे राफेल डील कांग्रेस को याद आ गई.

 संविधान के विरुद्ध वादा कर रही कांग्रेस

वित्तमंत्री ने कहा कि कांग्रेस को इस बात को याद रखना चाहिए कि गुजरात की जनता होशिया है. उन्होंने कहा कि अभी कांग्रेस ने आरक्षण का फॉर्मूला रखा, जो संविधान के तहत असंभव है. कांग्रेस जो वादे कर रही है, उनको कभी पूरा नहीं किया जा सकता है. ऐसे वादे संविधान के भी विरुद्ध हैं. उन्होंने कहा कि ऐसे वादे करने और स्वीकार करने वाले दोनों ही गुजरात की जनता के साथ धोखाधड़ी कर रहे हैं.  उन्होंने कहा कि ऐसी स्थिति में कांग्रेस और ऐसे लोगों का साथ वही दे सकते हैं, जो अराजकता में यकीन करते हैं.

न्यू ईयर पार्टी में विदेश नहीं जा पाएंगे राहुल

राहुल गांधी पर तंज कसते हुए जेटली ने कहा, ”संसद सत्र को 15 दिसंबर से बुलाना पड़ा, जो पांच जनवरी तक चलेगा. मुझे अफसोस है कि राहुल गांधी इस बार न्यू ईयर पार्टी में विदेश नहीं जा पाएंगे.”

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