बेंगलुरू: कहते हैं कि कामयाबी का नशा सिर चढ़कर बोलता है और इस नशे में लोगों के कदम जल्द ही बहक जाते हैं. टीम इंडिया आजकल कामयाबी के रथ पर सवार है. इस कामयाबी के नशे में कहीं खिलाड़ी बहक न जाएं, इसलिए कप्तान विराट कोहली ने अपने खिलाड़ियों के नसीहत देते हुए कहा कि इस सफलता से हमें संतुष्ट नहीं होना चाहिए. टीम को अभी लंबा सफर तय करना है. यही कामयाबी विदेशी मैदानों पर दोहरानी है.
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पूर्व बल्लेबाज सुनील गावस्कर ने हाल ही में कहा था कि मौजूदा टीम भारत की सबसे महान एकदिवसीय टीम बन सकती है. इस पर जब कोहली से सवाल किया गया तो उन्होंने कहा, “यह हमारे लिए अच्छी तारीफ है. हमारी क्षमताओं के लिए भारत के एक महान खिलाड़ी से इस तरह की तारीफ सुनना अच्छा लगता है क्योंकि उन्होंने बीते वर्षों में भारत की कई टीमें देखी हैं.” कोहली ने कहा, “लेकिन, हमें लंबा सफर तय करना है. टीम युवा है. हम अभी घर में खेल रहे हैं. अगर हम इस फॉर्म को उन जगहों पर जारी रख सकें जहां की स्थितियों से अपरिचित हों तो फिर हम खुश हो सकते हैं.”
पांच वनडे मैचों की सीरीज में गुरुवार को आस्ट्रेलिया के खिलाफ सीरीज का पहला मैच हारने के बाद कोहली ने कहा, “अभी तक, हमारी कोशिश अपने प्रदर्शन में निरंतरता बनाए रखने की है. हम जो अभी कर रहे हैं, इससे हमें प्ररेणा मिलती है और लगातार इस तरह के प्रदर्शन करने का विश्वास मिलता है.”
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भारत ने पिछले 18 महीनों में अपने घर में अभी तक अपने सभी विरोधियों को मात दी, लेकिन यह बात घर से बाहर उसके प्रदर्शन के बारे में नहीं कही जा सकती. भारतीय टीम को चौथे वनडे मैच में आस्ट्रेलिया ने 21 रनों से मात दी. आस्ट्रेलिया ने डेविड वार्नर (124) एरॉन फिंच (94) के बीच पहले विकेट के लिए हुई 231 रनों की साझेदारी की बदौलत भारत के सामने 335 रनों का लक्ष्य रखा था.
भारतीय टीम इस लक्ष्य को हासिल नहीं कर पाई थी और पूरे 50 ओवर खेलने के बाद आठ विकेट के नुकसान पर 313 रन बना सकी थी. मेजबान टीम की तरफ से केदार जाधव (67), रोहित शर्मा (65) और अजिंक्य रहाणे (53) ने अर्धशतकीय पारियां खेली थीं. हार पर भारतीय कप्तान ने कहा, “जब हार्दिक और केदार खेल रहे थे, हमें लगा कि यह उनके लिए सही परिस्थति है. इससे वह सीख सकते हैं कि मैच को कैसे निकालना है. उन्होंने साझेदारी करते हुए अच्छा काम किया.” कोहली ने कहा, “इस मैच से हमने कुछ सकारात्मक बातें सीखीं, लेकिन यह पिच ऐसी थी कि यहां एक टीम को दूसरी टीम से बेहतर बल्लेबाजी करनी थी.” कोहली ने अपने तेज गेंदबाज उमेश यादव और मोहम्मद शमी का बचाव किया. इन दोनों गेंदबाजों ने चौथे मैच में काफी रन खर्च किए थे.
इन दोनों को भुवनेश्वर कुमार और जसप्रीत बुमराह के स्थान पर अंतिम एकादश में जगह मिली थी. भारतीय कप्तान ने कहा, “हम सीरीज पहले ही जीत चुके हैं और ऐसे में आपको बाकी खिलाड़ियों को भी मौका देना होता है. आपको अपनी बेंच स्ट्रेंथ को परखना होता है, साथ ही आपको खिलाड़ियों को समय देना होता है.” कोहली ने कहा, “मेरा मानना है कि उमेश ने अच्छी गेंदबाजी की, शमी ने भी अच्छी गेंदबाजी की. उमेश ने चार विकेट लिए. यह विकेट बल्लेबाजों के लिए था.” उन्होंने कहा, “आपके गेंदबाजों का हर दिन अच्छा नहीं होता. आप कुछ कोशिश करते हैं, कुछ पाना चाहते हैं. अगर वह काम नहीं करता तो दूसरी योजना बनानी पड़ती है और दोबारा कोशिश करनी होती है. यही मैं और पूरी टीम मानती है.”