चंद्रयान-3 की सफल लैंडिंग के लिए उल्टी गिनती शुरू हो गई है। भारत से लेकर अमेरिका तक मंदिर में आरती हो रही है तो कहीं दरगाह में दुआ मांगी जा रही है। यहां जानिए लैंडिंग से जुड़े पल-पल के अपडेट्स-
चंद्रयान-3 आज शाम 6.04 बजे चंद्रमा की सतह पर उतरकर इतिहास रच देगा जिसका पूरी दुनिया को इंतजार है। अमेरिका, चीन और तत्कालीन सोवियत संघ के बाद भारत चंद्रमा की सतह पर सॉफ्ट लैंडिंग करने वाला चौथा देश बन जाएगा लेकिन भारत चंद्रमा के दक्षिणी ध्रुव पर सॉफ्ट-लैंडिंग करने वाला पहला देश बन जाएगा, जो पानी मिलने की संभावना के कारण काफी दिलचस्प मना जा रहा है।
बता दें कि चंद्रयान-2 के विफल होने के बाद मून मिशन चंद्रयान-3 पिछले महीने 14 जुलाई को लॉन्च किया गया था। 5 अगस्त को चंद्रयान-3 चंद्रमा की कक्षा में प्रवेश कर गया था। 17 अगस्त को दोनों मॉड्यूल – रोवर और लैंडर – के अलग होने से पहले 6,9,14 और 16 अगस्त को चांद की कक्षा की दूरी कम करने की कवायद की गई थी।
सफल लैंडिंग को लेकर सबसे बड़ा अपडेट
चंद्रयान-3 को लेकर बड़ा अपडेट सामने आया है। इसरो के वैज्ञानिकों ने बताया है कि लैंडर विक्रम को सभी कमांड दे दिए गए हैं और वो कमांड आज दोपहर के बाद लॉक भी कर दिए जाएंगे। जानकारी के मुताबिक वैज्ञानिक साढ़े 30 किलोमीटर की ऊंचाई से चांद की सतह पर लैंडर को उतारने की कोशिश करेंगे और आज शाम 5 बजकर 45 मिनट से ही लैंडिंग की प्रक्रिया शुरू कर दी जाएगी।
चंद्रयान की सफल लैंडिंग के लिए दुनिया भर में प्रार्थनाएं गूंज रही हैं। लोग इसकी सफलता को बढ़ावा देने के लिए प्रार्थनाओं में भाग ले रहे हैं, धार्मिक अनुष्ठान कर रहे हैं और विविध अनुष्ठानों में शामिल हो रहे हैं। ऋषिकेश के परमार्थ निकेतन से लेकर संयुक्त राज्य अमेरिका तक चंद्रयान-3 की सफलता के लिए आशीर्वाद मांगने के लिए विशेष अनुष्ठान, प्रार्थनाएं और समारोह आयोजित किए जा रहे हैं।
भारत से अमेरिका तक मंदिरों में हो रही पूजा अर्चना
चंद्रमा की सतह पर उतरने के लिए चंद्रयान-3 की उल्टी गिनती शुरू हो चुकी है और अगर सब ठीक रहा तो आज शाम 6 बजकर 4 मिनट पर यान सॉफ्ट लैंडिंग करेगा। चंद्रयान-3 की सफल लैंडिंग के लिए मंदिर में जहां पूजा-अर्चना की जा रही है तो वहीं दरगाह में भी दुआ मांगी जा रही है।
चंद्रयान की सफल लैंडिंग के लिए मध्य प्रदेश के उज्जैन के श्री महाकालेश्वर मंदिर में विशेष ‘भस्म आरती’ की गई।
Chandrayaan-3 Mission:
All set to initiate the Automatic Landing Sequence (ALS).
Awaiting the arrival of Lander Module (LM) at the designated point, around 17:44 Hrs. IST.Upon receiving the ALS command, the LM activates the throttleable engines for powered descent.
The… pic.twitter.com/x59DskcKUV— ISRO (@isro) August 23, 2023
पसंद आया तो—— कमेंट्स बॉक्स में अपने सुझाव व् कमेंट्स जुरूर करे और शेयर करें
आईडिया टीवी न्यूज़ :- से जुड़े ताजा अपडेट के लिए हमें फेसबुक यूट्यूब और ट्विटर पर फॉलो लाइक करें