निकाय चुनाव से पहले पकड़ी गई हथियारों की फैक्टरी, काफी वक्त से थी सक्रिय

महोबा: उत्तर प्रदेश में महोबा जिले की पुलिस ने जंगल में बने एक कच्चे घर में छापा मारकर अवैध असलहा फैक्ट्री का खुलासा कर इस कारोबार में लिप्त दो आरोपियों को गिरफ्तार किया है. पुलिस अधीक्षक एनत्र कोलांची ने बताया, “खरेला थाना क्षेत्र के कुड़ार गांव से दूर जंगल में बने एक कच्चे घर में अवैध रूप से असलहा फैक्ट्री का संचालन किया जा रहा था, सोमवार की रात खरेला पुलिस ने मुखबिर की सूचना पर छापेमारी की. इस दौरान कैलाश राजपूत और शिवराम को गिरफ्तार कर एक दर्जन से अधिक अर्ध निर्मित असलहे, 315 बोर के चार तमंचे और एक बंदूक के अलावा असलहा बनाने के उपकरण व जिंदा कारतूस बरामद किए गए हैं.”

उन्होंने बताया, “गिरफ्तार आरोपी काफी समय से अवैध असलहा बनाने और उन्हें आस-पास के जिलों में बेचने के कारोबार में संलिप्त था.”

आजमगढ़ में भी पकड़े गए हथियार

आजमगढ़ के सरायमीर थाना क्षेत्र में पुलिस व स्वाट की संयुक्त टीम ने मुठभेड़ के बाद भारी मात्रा में अवैध असलहों के साथ चार तस्करों को गिरफ्तार किया है. हथियारों की सप्लाई करने से पहले ही पुलिस ने तस्करों को पकड़ लिया. तस्करों से पूछताछ जारी है. हथियार मंगाने वालों में एक ग्राम प्रधान का नाम भी सामने आया है.

पुलिस अधीक्षक अजय कुमार सहानी ने बताया कि थानाध्यक्ष सरायमीर व स्वाट पुलिस की संयुक्त टीम ने मुखबिर की सूचना पर घेराबंदी की. पुलिस की असलहा तस्करों से मुठभेड़ हुई. मुठभेड़ के बाद पुलिस ने भारी मात्रा में अवैध असलहे व कारतूस बरामद किए और मौके चार तस्करों को गिरफ्तार किया.

उन्होंने बताया कि तस्करों के पास से 03 पिस्टल 9एमएम, 13 पिस्टल 32 बोर, 1 रिवाल्वर 32 बोर, 7 जिंदा कारतूस और 1 खोखा कारतूस बरामद हुए. तस्करों ने पूछताछ में बताया कि बरामद असलहा व कारतूस उनसे नगर निकाय चुनाव 2017 में अशांति फैलाने के लिए मंगाया गया था. तस्करों ने बताया कि वे लोग यह असलहा बिहार से लाकर पूर्वी उत्तर प्रदेश में सप्लाई करते हैं.

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