एक विवाहिता ने पति की बेरुखी और मानसिक प्रताड़ना से तंग होकर खुदकुशी कर ली. मृतका ने अपने सुसाइड नोट में लिखा कि उसके पति ने जीते जी उसे कभी हाथ नहीं लगाया, तो मरने के बाद भी उसके शरीर को हाथ न लगाए. पुलिस ने मृतका के पति और ससुराल वालों को हिरासत में ले लिया है.
मामला उत्तरी दिल्ली के शास्त्रीनगर इलाके का है. चाल साल पहले निधि की शादी अतुल के साथ हुई थी. निधि के घरवालों ने अपनी हैसियत के मुताबिक दान दहेज सब दिया था. लेकिन शादी के 4 साल बीत जाने के बाद भी पति अतुल ने निधि के साथ कोई संबंध नहीं बनाया.
मायके वालों का आरोप है कि उसका पति हमेशा उसे प्रताडित करता था. इसी बात से परेशान होकर उसने आत्महत्या कर ली. निधि ने खुदकुशी से पहले 3 पन्नों का सुसाइड नोट लिखकर छोड़ा है. जिसमें उसने लिखा कि जीते जी उसके पति ने उसे कभी नहीं छुआ, तो मरने के बाद भी उसके मृत शरीर को हाथ न लगाये.
मायके वालों का आरोप है कि उनकी बेटी ने खुदकुशी नहीं की, बल्कि उसकी हत्या की गई है. क्योंकि ससुराल वाले उसे हमेशा प्रताडित करते थे. निधि ये सारी बातें किसी को नहीं बताती थी. क्योंकि उसकी मां पिछले 4 साल से कैंसर का शिकार थी. और हाल ही में वो इस दुनिया से चल बसी.
पिता को ये पता नहीं था कि उसके पति ने उसके साथ कभी कोई संबंध नहीं बनाया. उसे छोटी-छोटी बातों पर हर तरह से प्रताडित किया जाता था. उन्होंने इसे पति-पत्नी का घरेलू मामला समझ कर उसमें दखल-अंदाजी नहीं की. जिसका नतीजा ये हुआ कि उन्हें अपनी बेटी को खोना पड़ा.
मायके वालों की शिकायत और बयान के आधार पर इस मामले में पुलिस ने मुकदमा दर्ज कर लिया है. एसडीएम और पुलिस मिलकर इस मामले की जांच कर रहे हैं. निधि के शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजा गया है. अब रिपोर्ट का इंतजार का है. फिलहाल, आरोपी पति और ससुराल वालों को पुलिस ने हिरासत में ले लिया है